
तुर्की और रूस आख़िर दोस्त हैं या दुश्मन?
BBC
तुर्की ने जब नेटो और अमेरिका को दरकिनार करते हुए रूस से एस-400 मिसाइल डिफ़ेंस सिस्टम ख़रीदा तो समझा गया कि दोनों देशों के संबंध बहुत मज़बूत हैं लेकिन यही दोनों देश कई युद्ध के मैदानों में आमने-सामने भी हैं.
तुर्की और रूस के संबंध किसी से दबे-छिपे नहीं हैं. ऐसा माना जाता है कि दोनों के बीच अच्छे संबंध हैं लेकिन अगर ध्यान से देखें तो ये संबंध केवल व्यापार और पर्यटन में देखने को ही मिलते हैं.
इन संबंधों में हक़ीक़त ये दिखाई देती है कि कई मोर्चों पर तुर्की और रूस एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
तुर्की ने जब एस-400 मिसाइल डिफ़ेंस सिस्टम रूस से लेने की घोषणा की थी तो अमेरिका समेत नेटो ने उसे ऐसा न करने को कहा था.
यहाँ तक कि अमेरिका ने तुर्की के रक्षा उद्योगों पर भी कुछ पाबंदियां लगा दी थीं लेकिन तुर्की ने घोषणा की थी कि उसे ऐसा करने से कोई नहीं रोक सकता है.
तुर्की के राष्ट्रपति रैचेप तैयप अर्दोआन ने कहा था कि कोई भी देश उनको एस-400 मिसाइल न ख़रीदने को लेकर हुक्म नहीं दे सकता है.