![तीन साल में वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं, ग़ाज़ियाबाद सर्वाधिक प्रदूषित शहर: एनसीएपी](http://thewirehindi.com/wp-content/uploads/2021/11/Smog-Delhi-NCR-8-scaled.jpg)
तीन साल में वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं, ग़ाज़ियाबाद सर्वाधिक प्रदूषित शहर: एनसीएपी
The Wire
केंद्र के राष्ट्रीय स्वच्छ हवा कार्यक्रम की एक विश्लेषण रिपोर्ट अनुसार, पिछले तीन सालों के दौरान देशभर में उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद की वायु गुणवत्ता ख़राब आबोहवा की श्रेणी में रखे जाने वाले 132 शहरों में सबसे ख़राब रही. वहीं, दिल्ली देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा.
नई दिल्ली: केंद्र के राष्ट्रीय स्वच्छ हवा कार्यक्रम (एनसीएपी) में शामिल दिल्ली समेत अन्य खराब हवा वाले शहरों (गैर-प्राप्ति शहर) की वायु गुणवत्ता में तीन साल बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ या मामूली सुधार हुआ.
यह दावा सोमवार को जारी एक विश्लेषण रिपोर्ट में किया गया. इसके मुताबिक तीन साल के दौरान औसत रूप से गाजियाबाद देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा, तो दिल्ली दूसरे नंबर पर है.
देशभर में एनसीएपी की शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी ताकि 132 गैर-प्राप्ति शहरों के पार्टीकुलेट मैटर (पीएम) के स्तर में वर्ष 2024 तक 20 से 30 फीसदी तक कमी की जा सके, लेकिन इस दौरान कई शहरों में पीएम स्तर बढ़ गया.
यह विश्लेषण एनसीएपी ट्रैकर द्वारा किया गया है. न्यूज पोर्टल ‘कार्बन कॉपी’ और महाराष्ट्र स्थित स्टार्टअप ‘रेस्पीरर लिविंग साइंसेज’ के संयुक्त प्रयास से इस ट्रैकर को बनाया गया है.