तालिबान लड़ाके की कहानी: टूटी-फूटी बाइक से आधुनिक कार और हथियारों के जख़ीरे तक
BBC
तालिबान से होटल या एयरपोर्ट के बाहर चलते-फिरते बातें तो हुई हैं पर एक आम तालिबान लड़ाके से आमने-सामने बैठकर बात करके कुछ रोचक बातें पता चलीं. पढ़िए मलिक मुदस्सिर की काबुल डायरी.
काबुल की सड़कों पर असामान्य सा सन्नाटा महसूस हो रहा है. ऐसा लगता है मानो शहर का 70 प्रतिशत ट्रैफ़िक अचानक से कहीं ग़ायब हो गया है. एयरपोर्ट पर पर भी ख़ामोशी छाई हुई है, लेकिन इसे चालू करने के लिए क़तर के कर्मचारी यहां पहुंच गए हैं. क़तर के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि "हम जल्द से जल्द, कुछ ही दिनों में एयरपोर्ट को शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं. इसके लिए हम पहले दो टेस्ट फ़्लाइट का उड़ान भरवाएंगे और फिर घरेलू और उसके बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करेंगे. लेकिन अफ़ग़ान सरकार बनने में और कितना समय लगेगा, इस बारे पुख़्ता तौर पर कोई बात नहीं करता है. तालिबान के एक सदस्य से हुई विस्तृत मुलाक़ात ने हमें उनके जीवन में झांकने के एक अवसर दिया.More Related News