
तालिबान ने दानिश सिद्दीकी की पहचान कर बेरहमी से हत्या की थी: रिपोर्ट
The Quint
danish siddiqui taliban: भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी अफगानिस्तान में साधारण गोलीबारी में नहीं मारे गए थे, बल्कि तालिबान ने उनकी बेरहमी से हत्या की, taliban killed reuters photojournalist danish siddiqui after confirming identity afghanistan
पुलित्जर पुरस्कार विजेता भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी (Danish Siddiqui) साधारण गोलीबारी में नहीं मारे गए थे, बल्कि तालिबान (Taliban) ने उनकी बेरहमी से हत्या की थी. लेखक माइकल रुबिन ने अमेरिकी पत्रिका वाशिंगटन एक्जामिनर में ये दावा किया है. स्थानीय अफगान अधिकारियों का कहना है कि सिद्दीकी ने अफगानिस्तान (Afghanistan) की राष्ट्रीय सेना की टीम के साथ स्पिन बोल्डक क्षेत्र की यात्रा की थी, ताकि पाकिस्तान के साथ लगती सीमा को नियंत्रित करने के लिए अफगान बलों और तालिबान के बीच संघर्ष को कवर किया जा सके.रिपोर्ट में कहा गया है कि जब वो सीमा शुल्क चौकी के एक-तिहाई मील के भीतर पहुंच गए, तो तालिबान के हमले से टीम विभाजित हो गई और इस दौरान कमांडर और कुछ लोग सिद्दीकी से अलग हो गए.इस हमले के दौरान सिद्दीकी को छर्रे लगे, जिसके बाद वो और उनकी टीम एक स्थानीय मस्जिद में गए. वहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही ये खबर फैली कि एक पत्रकार मस्जिद में है, तालिबान ने हमला कर दिया. स्थानीय जांच से पता चलता है कि तालिबान ने सिद्दीकी की मौजूदगी के कारण ही मस्जिद पर हमला किया था.दानिश सिद्दीकी को 18 जुलाई को जामिया मिलिया इस्लामिया के कब्रिस्तान में दफनाया गया. 16 जुलाई को सिद्दीकी की स्पिन बोल्डक में मौत हुई थी और उनका शव 18 जुलाई को दिल्ली पहुंचा था.ADVERTISEMENTतालिबान ने दानिश को पकड़ा थारिपोर्ट के मुताबिक, सिद्दीकी जिंदा थे और तालिबान ने उन्हें पकड़ लिया था. तालिबान ने सिद्दीकी की पहचान की पुष्टि की और फिर उन्हें और उनके साथ के लोगों को भी मार डाला. रिपोर्ट में कहा गया है कि कमांडर और उनकी टीम के बाकी सदस्य उन्हें बचाने की कोशिश में मारे गए."हालांकि व्यापक रूप से प्रसारित सार्वजनिक तस्वीर में सिद्दीकी के चेहरे को पहचानने योग्य दिखाया गया है, मैंने अन्य तस्वीरों और सिद्दीकी के शरीर के एक वीडियो की समीक्षा की, जो मुझे भारत सरकार के एक सूत्र द्वारा प्रदान किया गया था, जिसमें दिखाया गया है कि तालिबान ने सिद्दीकी को सिर के चारों ओर पीटा और फिर उसके शरीर को गोलियों से छलनी कर दिया."अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के सीनियर फेलो माइकल रुबिनरुबिन ने कहा कि तालिबान की ओर से सिद्दीकी को शिकार बनाने, उन्हें मारने और फिर उनकी लाश को क्षत...More Related News