तालिबान को ललकारने वाला अहमद मसूद कौन है? पिता कहलाते थे 'पंजशीर का शेर'
The Quint
Ahmed Masood defied Taliban: अहमद मसूद ने तालिबान को चुनौती देकर अपने पिता के काम को जारी रखने की कसम खाई है. Massoud called on France, America and other parts of Europe and the Arab world to support the resistance.
अफगानिस्तान में एक बार फिर तालिबानी शासन शुरू हो चुका है. राष्ट्रपति के भाग जाने के बाद काबुल में अब सिर्फ तालिबान के झंडे नजर आ रहे हैं. लेकिन एक शख्स अब भी ऐसा है, जो अपने कुछ लड़ाकों के साथ तालिबान को चुनौती दे रहा है. उस शख्स का नाम अहमद मसूद है.1989 में अफगानिस्तान के पूर्वोत्तर प्रान्त के पीयू में जन्मे अहमद मसूद (Ahmad Massoud), फ्रेंच बोलने वाले अफगान मुजाहिदीन कमांडर अहमद शाह मसूद के 6 बच्चों में एकलौते लड़के हैं.ईरान में अपनी माध्यमिक स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, 2012 में मसूद ने रॉयल मिलिट्री अकादमी सैंडहर्स्ट (Royal Military Academy Sandhurst) में एक साल का एक मिलिट्री कोर्स किया. इसके बाद किंग्स कॉलेज लंदन (King's College London) में वॉर स्टडीज में 2015 में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. उन्होंने 2016 में सिटी, लंदन विश्वविद्यालय (University of London) से इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री प्राप्त की.इसके बाद 2016 में अफगानिस्तान वापस आने के बाद से वे अपने पिता के बनाये मसूद फाउंडेशन के CEO हैं. 2019 में मसूद राजनीति में आये और सत्ता के विकेंद्रीकरण और सत्ता में सभी अफगानों की साझेदारी की बात करते हैं.2001 में हुई थी पिता की हत्याअहमद मसूद के पिता अहमद शाह मसूद (Ahmad Shah Masoud) को सोवियत संघ और तालिबान के खिलाफ 1980 के दशक में पंजशीर क्षेत्र में विरोध करने वाले समूहों का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है. अहमद शाह मसूद ने 1996 से सितंबर 2001 में (उनकी हत्या तक) तालिबान के शासन के खिलाफ मुख्य विपक्ष के रूप में एक लड़ाकों की सेना का नेतृत्व किया.लेकिन 9 सितंबर 2001 को पत्रकारों के वेश में आये अलकायदा के एक आतंकी ने खुद को बम से उड़ा लिया था, जिसमें बुरी तरह घायल होने के बाद अहमद शाह मसूद की मौत हो गयी थी. इसके दो दिन बाद ही अलकायदा ने 11 सितंबर को अमेरिका पर हमला किया था. अहमद शाह मसूद को 'पंजशीर का शेर' कहा जाता है.अहमद मसूद अपने पिता द्वारा बनाये गए 'राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा' (The National Resistance Front of Afghanistan- NRF) का नेतृत्व कर रहे हैं और पंजशीर में एक लड़ाकों की टुकड़ी की कमान संभालते हैं. अहमद मसूद दिखने में अपने पिता जैसे ही हैं.मसूद की उपराष्ट्रपति सालेह से मुलाकातसोशल मीडिया में सर्कुलेट हो रही तस्वीरों में मसूद अपदस्थ उप राष्ट्रपति सालेह से मिलते हुए दिख रहे हैं. ये तस्वीरें पंजशीर घाटी की ही हैं और दो...More Related News