तालिबान के विदेश मंत्री ने कहा, हम भारत से संघर्ष नहीं चाहते हैं- बीबीसी इंटरव्यू
BBC
भारत के साथ संबंधों के सवाल पर अमीर ख़ान मुत्तक़ी ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान भारत समेत किसी भी देश के साथ संघर्ष नहीं चाहता है. उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान की वर्तमान सरकार की नीति ये है कि दुनिया के किसी भी देश के साथ हमारा टकराव न हो.
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान सरकार के अंतरिम विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्तक़ी ने पुष्टि की है कि वह पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के बीच समझौते में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं.
बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 'दोनों पक्षों की इच्छा' पर इस समझौते में तीसरे पक्ष और मध्यस्थ की भूमिका निभा रही है.
उन्होंने कहा, "अभी तक एक अंतिम समझौता नहीं हुआ है, लेकिन शुरुआत बहुत अच्छी हुई है और समझौते के पहले हिस्से में एक महीने के सीज़ फ़ायर पर सहमति हुई है. दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए हैं कि बातचीत जारी रहेगी."
उन्होंने उम्मीद जताई है कि यह एक अच्छा क़दम है और उन्हें उम्मीद है कि इस संबंध में आगे कोई मुश्किल नहीं होगी. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान और टीटीपी के बीच नज़दीकी बढ़ेगी.
अगस्त में अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता में वापसी के बाद तालिबान के अंतरिम विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्तक़ी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ तीन दिवसीय यात्रा पर पाकिस्तान गए थे.