तालिबान के क़ब्ज़े में और मानवीय संकट की गिरफ़्त में अफ़ग़ानिस्तान, संयुक्त राष्ट्र क्या कर रहा है?
BBC
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के क़ब्ज़े और गंभीर मानवीय संकट के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई के बजाय संयुक्त राष्ट्र आख़िर बार-बार सिर्फ़ अपील करने पर मजबूर क्यों हो रहा है?
बात आज से लगभग 76 साल पहले यानी 1945 की है. द्वितीय विश्व युद्ध ख़त्म होने को था. कई देश बर्बाद हो गए थे और दुनिया शांति चाहती थी. तब 50 देशों के प्रतिनिधियों ने मिलकर एक चार्टर पर हस्ताक्षर किए और इस तरह एक नई अंतरराष्ट्रीय संस्था की नींव रखी गई. उम्मीद की गई कि यह संस्था पहले और दूसरे विश्वयुद्ध जैसा कोई तीसरा युद्ध नहीं होने देगी. दुनिया आज इसे युनाइटेड नेशन्स (यूएन) या संयुक्त राष्ट्र के नाम से जानती है. यूएन के बारे में ये जानकारी उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई है.More Related News