
तालिबान की वापसी के बाद पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों पर अनिश्चितता के बादल
BBC
अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की घोषणा के बाद से ही पाकिस्तान का रवैया असमंजस वाला रहा है.
दशकों की जंग के बाद अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान का दोबारा नियंत्रण होने के साथ ही बदले हालात में अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंधों पर अनिश्चितता के बादल मँडरा रहे हैं. अपने सैनिकों को अफ़ग़ानिस्तान से वापस बुलाने की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की घोषणा के बाद से ही पाकिस्तान की रवैया असमंजस वाला रहा है. प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने हाल ही अपनी भड़ास ये कहकर निकाली है कि ''अमेरिका के लिए पाकिस्तान तभी उपयोगी होता है, जब वहाँ के बिगड़े हालात ठीक करने की बात होती है.'' इस बीच विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तान को अफ़ग़ानिस्तान में दूसरों की नाकामी के लिए बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकेगा. लेकिन पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (एनएससी) ने सैन्य वापसी के अमेरिकी फ़ैसले को 'टकराव का तार्किक अंत' बताते हुए अनुमोदन किया है.More Related News