
तालिबान का सत्ता पर क़ब्ज़ा बाइडन की सियासत पर कितना गहरा धब्बा?
BBC
अफ़ग़ानिस्तान में जो भी हो रहा है, उसके लिए एक तबका अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को ज़िम्मेदार मान रहा है. घरेलू मोर्चे पर भी बाइडन आलोचना झेल रहे हैं.
अफ़ग़ानिस्तान संकट से पहले तक बाइडन प्रशासन कई महत्वपूर्ण मामलों पर दुनिया का नेतृत्व करने की अपनी स्थिति को दोबारा हासिल करने में कामयाब होने का दावा कर रहा था. बाइडन प्रशासन चीन के ख़िलाफ़ अपने यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर कामयाबी से मोर्चा बनाने की बातें कर रहा था, अर्थव्यवस्था में बेहतरी के संकेत दिखाए जा रहे थे और कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ टीकाकरण की मुहिम की तारीफ़ हो रही थी. लेकिन अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का निर्णय और इसकी 'लापरवाह वापसी की रणनीति' बाइडन प्रशासन के लिए पहली बड़ी संकट बनकर उभरी है और अमेरिका के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी का कारण बनी है. राष्ट्रपति जो बाइडन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, दोनों ही विदेशी मामलों के अनुभवी विशेषज्ञ माने जाते हैं और इसीलिए उनकी इस चूक पर विशेषज्ञ ज़्यादा हैरान हैं.More Related News