तालिबान का काबुल: 'हाथ में हथियार लिए हरेक शख़्स को लगता है, वही बादशाह है'- ग्राउंड रिपोर्ट
BBC
अफ़ग़ानिस्तान में इतिहास करवट बदल रहा है. अतीत में जो कुछ भी हुआ, उसे बदला जा रहा है. रेड लिपस्टिक और सफेद गाउन पहनी हुई मॉडल वाले होर्डिंग्स अब हटाए जा रहे हैं.
"तुम किसी महरम को साथ लिए बगैर सफ़र क्यों कर रही हो?" तालिबान के एक लड़ाके ने एक अकेली अफ़ग़ान औरत से ये सवाल पूछा क्योंकि उसके साथ घर का कोई पुरुष सदस्य नहीं था. काबुल में चलने वाली एक पीली टैक्सी की पिछली सीट पर वो औरत अकेली बैठी थी. शहर की एक सुरक्षा चौकी पर दूसरी गाड़ियों की तरह उस टैक्सी को भी रोका गया था. सुरक्षा चौकी पर तालिबान का सफ़ेद झंडा लहरा रहा था, जिस पर काली स्याही में कुछ इबारतें लिखी थीं. काबुल में अब किस चीज़ की इजाज़त है और किस चीज़ की नहीं? सिर पर साफ़ा पहने उस तालिबान लड़ाके के कंधे पर राइफल लटक रही थी. उसने उस औरत से कहा कि अपने पति को फ़ोन करो. जब महिला ने बताया कि उसके पास फ़ोन नहीं है तो तालिबान के गार्ड ने एक दूसरे टैक्सी वाले से उस महिला को घर ले जाने के लिए कहा ताकि वो अपने पति को साथ लेकर वापस आ सके.More Related News