'तालिबानी नेताओं से मिलने के लिए भारतीय अधिकारियों का चुपचाप दौरा'- प्रेस रिव्यू
BBC
भारत ने अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान को एक पक्ष के रूप में कभी मान्यता नहीं दी थी लेकिन अब मोदी सरकार बातचीत में शामिल होती दिख रही है.
अंग्रेज़ी अख़बार 'द हिन्दू' के अनुसार भारतीय अधिकारियों का क़तर की राजधानी दोहा में एक बड़ी ख़ामोशी से एक दौरा हुआ है. अख़बार से क़तर के अधिकारियों ने कहा है कि यह दौरा तालिबान के नेताओं से बात के लिए हुआ है. अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार पहली बार इसकी पुष्टि हुई है कि भारत सीधे तालिबान से बात कर रहा है. 'द हिन्दू' से एक अधिकारी ने कहा, ''मेरा मानना है कि तालिबान से बात करने के लिए भारतीय अधिकारियों का चुपचाप एक दौरा हुआ है.'' क़तर के आतंकनिरोधी और टकरावों के समाधान में मध्यस्थता की भूमिका निभाने वाले विशेष दूत मुतलाक़ बिन मजीद अल क़हतानी सोमवार को एक वेब कॉन्फ़्रेंस में बोल रहे थे. ये चीज़ें तब सामने आ रही हैं जब पिछले दो हफ़्तों में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर क़तर में नेताओं से मुलाक़ात के लिए दो दौरे कर चुके हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने क़हतानी के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की है. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने ये भी नहीं बताया कि अगर बातचीत हो रही है तो किस स्तर की बात हुई है.More Related News