
तालिबानी आंख मिलाकर बात नहीं करते, उन्हें लगता है महिला कैसे सीधे बात कर रही : काबुल से लौटी महिला पत्रकार की आपबीती
NDTV India
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई है. लोग सुरक्षित अपने देश लौटना चाहते हैं.
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से वहां मौजूद लोगों का एक-एक पल डर के साये में बीत रहा है. अफगानिस्तान में मौजूद दूसरे देश के नागिरक जल्द से जल्द अपने वतन लौटने की बाट जोह रहे हैं. जिन लोगों की अफगानिस्तान से स्वदेश वापसी हो गई है... उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है. तालिबानी कब्जे के बाद आतंक के दल-दल में तब्दील हो चुके अफगानिस्तान का आंखों देखा हाल NDTV से बयां किया है वहां से लौटी एक फ्रीलांस महिला पत्रकार ने. स्वतंत्र पत्रकार कनिका गुप्ता तब अफगानिस्तान में ही मौजूद थीं, जब तालिबान ने सिलसिलेवार हमले करते हुए अफगान पर कब्जा किया. कनिका गुप्ता काफी समय से अफगानिस्तान में अलग-अलग संस्थानों के लिए स्वतंत्र पत्रकारिता कर रही थीं. अफगान में तालिबानियों का परचम लहराने के बाद कनिका काफी संघर्ष के बाद भारत सुरक्षित लौटी हैं. आइये आपको रूबरू कराते हैं कनिका की आपबीती से...More Related News