
ताइवान ट्रेन हादसा: 'क्या आप उसे आख़िरी बार गले लगाने दे सकते हैं?'
BBC
ताइवान के सबसे भीषण रेल हादसे में जीवित बचे लोगों ने दिल दहला देने वाली अपनी कहानियाँ साझा कीं जो वहाँ की मीडिया में छाई रहीं.
छह साल की अपनी बेटी के गतिहीन शरीर को गोद में उठाए पिता से लेकर एक महिला जिसने अपने पूरे परिवार को इस हादसे में खो दिया, ताइवान की मीडिया में शुक्रवार को हुए ट्रेन हादसे में जीवित बचे लोगों की दिल दहला देने वाली कहानियाँ छाई रहीं. शुक्रवार को पूर्वी ताइवान की एक सुरंग में मेनटेनेंस के काम में लगे एक ट्रक के रेलवे ट्रैक पर आ जाने से 500 यात्रियों को ले जा रही टारोको एक्सप्रेस 408 के टकराने से यह दुर्घटना हुई जिसमें कम से कम 50 लोगों की मौत और 200 से अधिक लोग घायल हो गए. यह ट्रेन ताइवान की राजधानी ताइपे से ताइतुंग शहर को जा रही थी. ट्रेन में सवार अधिकांश यात्री ताइवान के लोकप्रिय 'टॉम्ब स्वीपिंग फ़ेस्टिवल'का जश्न मनाने जा रहे थे. मृतकों के अंतिम संस्कार और शोक सभाओं के बीच हादसे में जीवित बचे कुछ लोगों और बचाव दल के सदस्यों ने इस द्वीप पर हुए सबसे भीषण रेल हादसे के अपने अनुभवों को साझा किया.More Related News