तल्ख रिश्तों के बीच उम्मीद की किरण, जेनेवा में वार्ता के लिए साथ आए बाइडेन-पुतिन
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इस वार्ता में साइबर क्राइम, अमेरिकी चुनाव में रूस के हस्तक्षेप जैसे विवादित मुद्दों पर बातचीत होती दिखेगी.
बुधवार को स्विट्जरलैंड की राजधानी जेनेवा में पूरी दुनिया को उम्मीद की एक किरण दिखाई पड़ी जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वार्ता के लिए साथ आए. जब अमेरिका और रूस के रिश्ते सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं, जब हर मुद्दे पर सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है, उस बीच दोनों नेताओं की यूं हाथ मिलाते हुए एक तस्वीर का सामने आना कई तरह के संदेश दे गया है. समाधान मिल जाएगा, मुश्किल लगता है,लेकिन इस मुलाकात के बाद वार्ता का दौर जरूर शुरू होगा जो विवाद को कम करने का काम कर सकता है. जो बाइडेन-व्लादिमीर पुतिन की मुलाकातपाकिस्तान में पूर्व पीएम इमरान खान की अपील पर उनके समर्थकों ने सड़कों पर हंगामा मचा रखा है. हिंसा में 6 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी. इस बीच सरकार ने इस्लामाबाद में सेना को शूट-एट-साइट के आदेश दे दिए. लेकिन पूर्व पीएम तो जेल में हैं, फिर कैसे वे राजनैतिक उठापटक की वजह बन रहे हैं? क्यों पाकिस्तानी पॉलिटिक्स में ये नई तस्वीर नहीं?
इमरान खान की पार्टी (PTI) ने X पर पोस्ट में कहा कि शांतिपूर्ण विरोध के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने वाले निर्दोष नागरिकों पर सरकार भारी और सीधी गोलीबारी कर रही है. कई लोगों की मौत की खबर है, और मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, अस्पतालों में आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति कम पड़ रही है, और स्थिति हर पल खराब होती जा रही है.
पाकिस्तान में गृह युद्ध की रणभूमि में इस वक्त भयानक जंग चल रही है. नौबत ये आ चुकी है कि पाकिस्तान की सेना को उतरना पड़ा है. पाकिस्तान की राजधानी इस वक्त जंग का मैदान बनी हुई है. एक तरफ इमरान खान के समर्थक हैं तो दूसरी तरफ आसिम मुनीर की सेना. लड़ाई जोरों की चल रही है. इमरान समर्थक कंटेनर हटाकर इस्लामाबाद में दाखिल हो चुके हैं और इस वक्त बेकाबू हैं.
पाकिस्तानी रेंजर्स की गोली से इमरान खान की पार्टी पीटीआई के 3 कार्यकर्ताओं के मारे जाने की खबर है. इस बीच खबर यह भी आ रही है कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) दो धड़ों में बंट गई है. पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो इमरान की तीसरी बेगम बुशरा बीबी ने पार्टी की कमान अपने हाथों में ले ली है.
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