तब अरेस्ट क्यों नहीं किया? अमृतपाल को भगोड़ा घोषित करने के बाद आया पिता का बयान
AajTak
वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है. शनिवार को उसके घर पर पुलिस ने अचानक धावा बोल दिया. हालांकि, इस रेड में उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी और वह फरार हो गया. लेकिन पुलिस ने उसके बॉडीगार्ड सहित कई सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया.
खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम से उसके फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को भी अरेस्ट कर लिया है. इस बीच अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह का बयान सामने आया है.
तरसेम ने एजेंसी को बताया है कि अमृतपाल फरार है या गिरफ्तार हो चुका है, उन्हें फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. तसमे ने कहा कि वह चाहते हैं कि अमृतपाल के बारे में कोई सही जानकारी मिल जाए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनके घर में 3 से 4 घंटे तक सर्चिंग की. पुलिस टीम के साथ एसएसपी लेवल के सीनियर अफसर भी साथ आए थे. उन्हें घर से कोई भी गैरकानूनी सामान नहीं मिला.
तरसेम ने आगे कहा कि पुलिस की टीम कह रही थी कि वे अमृतपाल को गिरफ्तार करने आए हैं. उन्होंने सवाल किया कि पुलिस ने अमृतपाल को 8 या 8.30 बजे के आसपास गिरफ्तार क्यों नहीं किया, जिस समय वह घर पर मौजूद था. बता दें कि पंजाब पुलिस अमृतपाल के कई बॉडीगार्ड को गिरफ्तार कर चुकी है. उसके चाचा हरजीत सिंह, ड्राइवर हरप्रीत, गुर औजला, तूफान सिंह और पपलप्रीत सिंह फरार हैं.
पुलिस ने दावा किया है कि अमृतपाल को आखिरी बार मोटरसाइकिल से भागते हुए देखा गया. पंजाब में उसके खिलाफ बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है. अब तक 78 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. साथ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
पंजाब पुलिस ने दावा किया है कि सर्च ऑपरेशन में अब तक पॉइंट 315 बोर की एक राइफल, 12 बोर की 7 राइफल, एक रिवॉल्वर और 373 कारतूस समेत कुल नौ हथियार बरामद किए गए हैं. इस बीच सुरक्षा कारणों और अफवाह फैले के खतरे को देखते हुए राज्य में इंटरनेट बंद कर धारा-144 लागू कर दी गई है.
पंजाब पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक वारिस पंजाब दे संगठन से जुड़े लोगों पर 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसमें लोगों में वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिस कर्मियों पर हमले और सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के मामले हैं. इसी क्रम में अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले के लिए संगठन के लोगों के खिलाफ केस 24 फरवरी को केस दर्ज किया गया था. इसमें अमृतपाल सिंह भी आरोपी है.
हल्ला बोल के इस खास संस्करण में चर्चा बिहार में 2025 का किंग कौन होगा पर है. लोकसभा चुनाओं में मोदी सरकार की हैट्रिक लगाने के बाद NDA बनाम इंडिया गठबंधन की जो लड़ाई है वो अभी टू-टू पर ड्रॉ है. क्योंकि दो राज्य इंडिया ने जीते दो राज्य इंडिया गठबंधन ने जीते हैं. अब नए साल यानी 2025 में पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव होना है और उसके बाद बिहार में विधानसभा चुनाव की बिसाद बिचने लगेगी. देखें वीडियो.
कजाकिस्तान में अजरबैजान एयरलाइंस का विमान पक्षी की टक्कर के बाद क्रैश हो गया, जिसमें 42 लोग मारे गए. विमान ने करीब एक घंटे तक लैंडिंग की कोशिश की लेकिन पायलट इसमें विफल रहे. इस बीच जीपीएस में गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है, लेकिन अभी स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है. खासकर ग्रोज्नी के पास जीपीएस जैमिंग का संदेह है.