तख्तापलट सीरीज 2: पाकिस्तान के गवर्नर जनरल ने पीएम ख्वाजा नजीमुद्दीन को पद से बर्खास्त क्यों किया था?
ABP News
जब भारत-पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो 14 अगस्त, 1947 को ही मोहम्मद अली जिन्ना ने ख्वाजा नजीमुद्दीन को अपनी पार्टी मुस्लिम लीग का अध्यक्ष बना दिया.
जब पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री रहे लियाकत अली खान की रावलपिंडी के ईस्ट इंडिया कंपनी गार्डन में गोली मारकर हत्या कर दी गई तो उनकी जगह ख्वाजा नजीमुद्दीन ने उस वक्त मोहम्मद अली जिन्ना के निधन के बाद पाकिस्तान के दूसरे गवर्नर जनरल के तौर पर काम कर रहे थे. लेकिन देश के पहले वजीर-ए-आजम की हत्या ने पाकिस्तान की सत्ताधारी मुस्लिम लीग को इस पशोपेश में पहुंचा दिया कि बिना देर किए ख्वाजा नजीमुद्दीन को पाकिस्तान का वजीर-ए-आजम बना दिया गया.
ख्वाजा नजीमुद्दीन पहले ऐसे वजीर-ए-आजम थे जिनका ताल्लुक पश्चिमी पाकिस्तान से न होकर पूर्वी पाकिस्तान से था. इस्लाम की रूढ़िवादिता और उससे भी बढ़कर उनकी कट्टरता ने उन्हें मोहम्मद अली जिन्ना के करीबियों में शुमार कर दिया था. साथ ही यही वजह थी कि जब भारत-पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो 14 अगस्त, 1947 को ही मोहम्मद अली जिन्ना ने ख्वाजा नजीमुद्दीन को अपनी पार्टी मुस्लिम लीग का अध्यक्ष बना दिया. 1948 का आधा साल बीतते-बीतते जब मोहम्मद अली जिन्ना की तबीयत खराब होने लगी तो ख्वाजा नजीमुद्दीन ही वो शख्स थे जिन्होंने तब पाकिस्तान के गवर्नर जनरल रहे मोहम्मद अली जिन्ना की जगह कार्यवाहक गवर्नर जनरल बनाया गया और फिर मोहम्मद अली जिन्ना के इंतकाल के बाद वजीर-ए-आजम लियाकत अली खान के समर्थन से ख्वाजा नजीमुद्दीन को पाकिस्तान का गवर्नर जनरल बना दिया गया.