
डॉग वॉकर, डॉग ग्रूमर, बॉल सर्चर... हाई राइज सोसाइटियों में निकल रही अजब-गजब नौकरियां
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कोई आपसे कहे कि आप को किसी सोसाइटी में सुबह और शाम किसी एक डॉगी को सिर्फ वॉक कराने के 7 हजार रुपये महीने मिलेंगे तो शायद आप भी चौंक जाएंगे. लेकिन ये नए विकल्प हैं जो तेजी से ग्रूम कर रहे हैं.
ड्राइवर, क्लीनर और पर्सनल ट्रेनर का चलन अब बड़ी सोसाइटियों में आम है. लेकिन अब हाई राज बिल्डिंगों में नए नौकरी के विकल्प भी दिखने लगे हैं. ये ऐसे काम हैं, जिनके बारे में कुछ समय तो हम सोच भी नहीं सकते थे. मसलन, कोई आपसे कहे कि आप को किसी सोसाइटी में सुबह और शाम किसी एक डॉगी को सिर्फ वॉक कराने के 7 हजार रुपये महीने मिलेंगे तो शायद आप भी चौंक जाएंगे. लेकिन ये नए विकल्प हैं जो तेजी से ग्रूम कर रहे हैं.
इन कामों के लिए लोगों को हायर कर रहे लोग
हाई राइज सोसाइटियों में डॉगी को घुमाने वाले, डॉगी की सफाई करने वाले (प्रत्येक डॉगी के लिए 1,000-1,500 रुपये), कबूतरों के जाल बनाने वाला (तीन बालकनियों के लिए 12,000 रुपये), गाड़ी साफ करने वाले और घर के बाहर के एरिया को साफ करने वालों की मांग तेजी से बढ़ी है. कुछ समय पहले तक सोसाइटियों में बच्चों की देखभाल करने वाले, घर की सफाई करने वालों की मांग तेजी से बढ़ी थी. फिर इसके बाद घर तक सामान पहुंचाने वालों का चलन तेजी से बढ़ा और अब इस तरह के कामों की मांग उठने लगी है.
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बॉल सर्चर की भी बढ़ी है मांग
एक और काम है जिसके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी. ये काम है बॉल सर्च करना. यानी गोल्फ कोर्स के मैदान में गेंद खोजने का. मलेशिया, चीन और अमेरिका जैसे देशों में तो ये चलन बहुत आम है. लेकिन अब भारत में भी इसकी मांग बढ़ रही है. अमीर लोग गोल्फ कोर्स के मैदान में आते हैं और अपने साथ एक बॉल सर्चर भी रखते हैं जो उनके शॉट के बाद गेंद खोजकर देते हैं. उन्हें इसके लिए अच्छी खासी रकम भी दी जाती है.

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