डेविड वॉर्नर: कप्तानी छिनी, टीम से बाहर हुए, और फिर वर्ल्ड कप जीत लिया
BBC
ऑस्ट्रेलिया को पहली बार वर्ल्ड टी-20 का ख़िताब दिलाने में डेविड वॉर्नर की अहम भूमिका रही. फ़ाइनल मुक़ाबले में टीम को ठोस शुरुआत देने वाले वॉर्नर ने पूरे टूर्नामेंट में 298 रन बनाए और मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया.
ऑस्ट्रेलिया को पहली बार वर्ल्ड टी-20 का ख़िताब दिलाने में डेविड वॉर्नर की अहम भूमिका रही. फ़ाइनल मुक़ाबले में टीम को ठोस शुरुआत देने वाले वॉर्नर ने पूरे टूर्नामेंट में 298 रन बनाए और मैन ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया.
ठीक एक महीने पहले ही वॉर्नर को खराब प्रदर्शन के कारण आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद ने बर्ख़ास्त कर दिया था लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप में वॉर्नर ने दिखाया कि उनमें कितना दमखम बाक़ी है.
डेविड वॉर्नर क्रिकेट की दुनिया में तूफानी ओपनर के तौर पर जाने जाते हैं. टी-20 फॉरमैट में अपने करियर की शुरुआत करने वाले वॉर्नर ने बाद में वनडे और टेस्ट में भी अपनी पहचान बनाई. वॉर्नर खेल के तीनो प्रारूप में शानदार बल्लेबाज़ी करते रहे हैं और उन्हें कैसे रोका जाए, यह दुनिया भर के गेंदबाज़ों के सामने चुनौती रही है.
कम गेंदों पर बाउंड्री के ज़रिए मैच पलटने की उनकी क्षमता शानदार है. इसके चलते ही वॉर्नर को न केवल ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्कि दुनिया भर की टी-20 टीमों का फेवरिट माना जाता रहा है.
लेकिन इस सीजन का आईपीएल उनके लिए किसी बुरे अनुभव से कम नहीं रहा. वॉर्नर आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान थे. कप्तान और हैदराबाद के अग्रणी बल्लेबाज के तौर पर वॉर्नर का प्रदर्शन बेहतरीन है. वॉर्नर आईपीएल में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं.