डिलीवरी बॉय, सब्जी बेचने वाले और मैकेनिक ने रची थी प्रगति मैदान लूट की साजिश, सात गिरफ्तार
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दिल्ली के प्रगति मैदान में 24 जून की सुबह हुई लूट की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने पांच आरोपियो को गिरफ्तार किया है. इनमें से कोई डिलीवरी बॉय है, कोई हजामत बनाता है, सब्जी बेचता है और कोई मैकेनिक है. मामले में कुल सात आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.
राजधानी के प्रगति मैदान इलाके में 24 जून की सुबह हुई लूट के मामले में दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि पुलिस के मुताबिक इस लूट में जो शामिल हैं, ऐसे आम लोगों से हम सभी का रोज का वास्ता होता है. इन आरोपियों में एक डिलीवरी बॉय, एक हजामत बनाने वाला, एक सब्जी वाला और एक मैकेनिक शामिल हैं. इन सभी ने मिलकर पहले कुछ दिन रेकी की थी और फिर 24 जून का दिन मुकर्रर करते हुए उस दिन वारदात को अंजाम दिया. घटना की सीसीटीवी फुटेज दो दिन बाद 26 जून को सामने आई थी.
सात लोगों को किया गया गिरफ्तार फुटेज वायरल होते ही प्रशासन से लेकर सत्ता के गलियारे तक हंगामा मच गया. एक तरफ जहां इस घटना ने पॉश इलाके की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए तो दूसरी तरफ व्यापारी वर्ग के जेहन में डर बैठा दिया. एलजी तक मामले की शिकायत पहुंची और पुलिस की ओर से 48 घंटे से भी अधिक लंबी चली छापेमारी अभियान में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनमें से दो संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी तो 26 जून की रात तक ही हो गई थी, बाकी अन्य पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के बाबत जानकारी 27 जून को मिली.
हरियाणा और उत्तर प्रदेश में हुई छापेमारी दिल्ली पुलिस ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मामले की तफसील से जानकारी दी है. पुलिस के मुताबिक, 24 जून से एक रात पहले प्रगति मैदान सुरंग में 4 लोगों ने डकैती की साजिश रची थी. इस मामले में क्राइम ब्रांच और नई दिल्ली पुलिस ने मिलकर छापेमारी शुरू की थी. उन्होंने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए हरियाणा, पूर्वी यूपी और पश्चिमी यूपी में छापेमारी की गई, जहां से सातों आरोपियों की बरामदगी की गई है.
एक लूट, सात किरदारः इस लूट कांड में शामिल सातों किरदार दिलचस्प हैं. हालांकि पहली नजर में ये सभी वे आम लोग हैं, जिनसे हमारा वास्ता आए दिन होता है. जानिए कौन-कौन था प्रगति मैदान के लूट कांड में शामिलडिलीवरी बॉय उस्मानः जिसने की लूट की पहली प्लानिंग इस लूट कांड में जो भी शामिल हैं, जितनी महत्वपूर्ण भूमिका उनकी इस कांड में है, उतना ही दिलचस्प उनका प्रोफेशन भी है. उन्होंने बताया कि 25 साल का एक आरोपी उस्मान एक ऑनलाइन शॉपिंग मर्चेंट का डिलीवरी एजेंट है और बुराड़ी का रहने वाला है. वह चांदनी चौक में बड़े पैमाने पर काम करता था और इस क्षेत्र में कैश फ्लो की उसे पूरी जानकारी थी. वह कई तरह के कर्जे में डूबा था, अपने कई कर्जों को चुकाने के लिए उसने योजना बनाई.
हजाम बनाने वाला इरफानः उस्मान का चचेरा भाई उसने सबसे पहले अपने चचेरे भाई को शामिल किया. उसका नाम इरफान है और वह पेशे से नाई है. इसके अलावा उन्होंने योजना के लिए और बाइक की व्यवस्था करने के लिए बागपत और लोनी के रहने वाले अपने जानकारों से संपर्क किया. इस तरह लूट में एक स्पलेंडर और अपाचे बाइक का भी इस्तेमाल किया गया था, जो चोरी की है.
मैकेनिक अनुज मिश्रा, दिल्ली जल बोर्डः बाइक चालक इसके बाद पुलिस ने प्रेस वार्ता में कुछ और नामों का भी खुलासा किया. उन्होंने बताया कि एक आरोपी जो कि बाइक चला रहा था, उसका नाम अनुज मिश्रा उर्फ शैंकी है. उसकी उम्र 26 साल है और वह दिल्ली जल बोर्ड के गोदाम में मैकेनिक है.पेशेवर अपराधी कुलदीप, लॉजिस्टिक जुटाने की जिम्मेदारी जहांगीरपुरी निवासी कुलदीप उर्फ लंगड़ मामले के निपटारे में शामिल था. उसने सारे लॉजिस्टिक मुहैया कराए थे और लूट के बाद इस्तेमाल हुए साजो-सामान को ठिकाने लगाने का काम भी इसने ही किया था. पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक कुलदीप पर 16 मुकदमे दर्ज हैं.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
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