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ट्रंप के एक कदम से भरभराकर गिरीं तेल की कीमतें, भारत पर कैसा होगा असर?
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डोनाल्ड ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौता कराना चाहते हैं और इसके लिए चर्चा शुरू हो गई है. ट्रंप ने कहा है कि वो इस संबंध में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिलेंगे. रूस-यूक्रेन के बीच संभावित शांति समझौते से तेल की कीमतें गिर रही हैं. ट्रंप के टैरिफ का भी तेल की कीमतों पर असर हो रहा है.
रूस और यूक्रेन के बीच लगभग तीन सालों से चल रहा युद्ध अब समाप्त हो सकता है. दोनों देशों के बीच शांति समझौते के लिए अमेरिका और रूस सऊदी अरब में मिलने वाले हैं. सुलह की संभावना के बीच सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में लगातार चौथे दिन गिरावट देखी गई है. रूस-यूक्रेन शांति समझौते से रूस पर लगे प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी और इसकी संभावना भर से ही तेल की कीमतें नीचे जा रही हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के देशों पर जो टैरिफ लगाया है, उससे भी आर्थिक विकास धीमा होने और ऊर्जा का मांग कम होने की आशंका है. तेल की कीमतों पर इन चिंताओं का भी असर देखने को मिल रहा है.
लगातार गिर रहा वैश्विक क्रूड ट्रेडमार्क ब्रेंट
वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड सोमवार को 20 सेंट या 0.2% गिरकर 74.59 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन के अधिकारियों ने यूक्रेन में युद्ध खत्म करने के लिए रूस के साथ बातचीत शुरू कर दी है और उसके बाद से ही ब्रेंट क्रूड की कीमतों में चार सत्रों 3.1% की गिरावट आई है.
वहीं, अमेरिका का वेस्ट टेक्सास क्रूड (WTI) सोमवार को 23 सेंट या 0.3% की गिरावट के साथ 70.51 डॉलर प्रति बैरल पर था. पिछले चार सत्रों में WTI में 3.8% की गिरावट आई है और सोमवार को यह 70.12 डॉलर प्रति बैरल तक गिर गया. 30 दिसंबर के बाद WTI में आई यह सबसे बड़ी गिरावट है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को कहा कि वो यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने पर चर्चा करने के लिए "बहुत जल्द" रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिल सकते हैं. उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब अमेरिका और रूस आने वाले दिनों में सऊदी अरब में मिलकर युद्ध समाप्त करने पर चर्चा करने वाले हैं.
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