टॉयलेट में लगाई थी भगवान की मूर्ति, धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोपी 2 गिरफ्तार
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सीतापुर जिले के बेर्रा बेरौरा गांव में टॉयलेट में देवी-देवताओं की तस्वीर छपी टाइल्स लगाने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महिला ग्राम प्रधान फरार बताई जा रही है.
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. सीतापुर पुलिस ने शौचालय में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में आरोपी महिला ग्राम प्रधान फरार बताई जा रही है. पुलिस आरोपी ग्राम प्रधान की तलाश में जुटी है.
जानकारी के मुताबिक ये मामला थानगांव थाना क्षेत्र के ग्राम बेर्रा बेरौरा गांव का है. बताया जाता है कि बेर्रा बेरौरा गांव के एक शौचालय में कथित रूप से हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की फोटो छपी टाइल्स लगाई गई थी. शौचालय निर्माण के दौरान कथित रूप से शौचालय में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगी टाइल्स लगाए जाने की फोटोज वायरल हुई थीं.
शौचालय में देवी-देवताओं की तस्वीर लगाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया. बजरंग दल के जिला संयोजक संदीप अवस्थी ने बेर्रा बेरौरा गांव की महिला ग्राम प्रधान, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि समेत तीन के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी. बजरंग दल के जिला संयोजक की तहरीर पर मामला दर्ज कर थानगांव पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी थी.
पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान ये मामला सही पाया गया. पुलिस ने इस मामले में प्रधान के पति और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की टीम महिला ग्राम प्रधान की तलाश में जुटी हुई है. महिला ग्राम प्रधान फरार बताई जा रही है. गौरतलब है कि शौचालय में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाली टाइल्स लगाए जाने की फोटोज सामने आने के बाद हंगामा मच गया था.
बजरंग दल समेत कई हिंदूवादी संगठन इसके विरोध में उतर आए थे. हिंदूवादी संगठनों का आरोप था कि ग्राम प्रधान ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए ऐसा किया है. हिंदूवादी संगठन ग्राम प्रधान के साथ ही अन्य सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.