टीएमसी सांसदों ने रंजन गोगोई के ख़िलाफ़ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव दिया
The Wire
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस और राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई ने सदन में उनकी कम उपस्थिति को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में हाल ही में कहा था कि वह नामित सदस्य हैं, इसलिए वह किसी पार्टी ह्विप से बंधे हुए नहीं हैं. जब उन्हें लगेगा कि विषय महत्वपूर्ण है और उस पर बोला जाना चाहिए, तब वह राज्यसभा की कार्यवाही में भाग लेना पसंद करेंगे.
नई दिल्लीः तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस और राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई की एक टिप्पणी को लेकर बीते सोमवार को उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया. #NDTVExclusive | Justice Gogoi, ex-Chief Justice of India, defended his controversial decision to accept a Rajya Sabha seat just 4 months after he retired from the Supreme Court, saying he wanted to do public service. But Parliament records show he has less than 10% attendance. pic.twitter.com/YIyIYCUUYP It is extraordinary and actually an insult to Parliament that former Chief Justice of India Ranjan Gogoi says he will attend the Rajya Sabha, to which he has been nominated, when he feels like it! Parliament is not just about speaking but also listening.
दरअसल रंजन गोगोई ने एक साक्षात्कार के दौरान राज्यसभा में अपनी बेहद कम उपस्थिति को लेकर टिप्पणी की थी. टीएमसी सांसद जवाहर सरकार और मौसम नूर के प्रस्ताव को अभी राज्यसभा सचिवालय ने स्वीकार नहीं किया है. — NDTV (@ndtv) December 9, 2021 — Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 11, 2021
इन दोनों के अलावा विभिन्न विपक्षी पार्टियों के कई अन्य सांसद भी गोगोई के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव का नोटिस पेश कर सकते हैं.
एनडीटीवी को दिए साक्षात्कार में गोगोई से पत्रकार श्रीनिवासन जैन ने संसद में उनकी कम उपस्थिति को लेकर सवाल किया था.