![टिकट के लिए राजनीति में नहीं आया था, सेवा का मौका चाहता था: बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय](https://c.ndtvimg.com/2020-09/4daih0j8_gupteshwar-pandey-pti_625x300_23_September_20.jpg)
टिकट के लिए राजनीति में नहीं आया था, सेवा का मौका चाहता था: बिहार के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय
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गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा, मैंने संस्कृत से ग्रेजुएशन किया. ये सब मैंने पढ़ा है, वेद, पुराण में मेरी बचपन से रुचि भी थी. मुझे बाबा नहीं बनना है, न किसी को चेला बनाना है. ये तो अपने सुख के लिए है.
बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) और बिहार चुनाव के ठीक पहले जनतादल यूनाइटेड (जेडीयू) से जुड़े गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है, 'यह गलत प्रचार है कि मैंने भगवा धारण कर लिया है. एक भी मेरा फ़ोटो हो तो दिखाइए. मैंने पीतांबरी धारण की है. भागवत कथा मैं कर रहा हूं, इसमें कोई शक नहीं है.' पांडेय ने कहा कि, 'ऑनलाइन मैंने भागवत कथा कही थी जिसे किसी ने फ़ेसबुक से वायरल किया.' बिहार के पूर्व डीजीपी ने कहा, 'मैं राजनीति में प्रवेश करना चाहता था. यह भी सही है कि टिकट नहीं मिला लेकिन मैं विधायक बनने के लिए असेंबली की टिकट नहीं चाहता था. कोई भी डीजीपी असेंबली की टिकट के लिए पद नहीं छोड़ेगा. मैंने 35 साल सेवा दी तो मेरे कट्टर आलोचक भी ये नहीं कह सकते मैं अनसक्सेसफुल (नाकाम) रहा.'More Related News