झारखंड: लोहरदगा में डायन बताकर महिला को सरेआम लाठी-डंडों से पीटा, फिर जहर देकर ले ली जान
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झारखंड के लोहरदगा जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. ग्रामीणों ने एक विधवा पर डायन का आरोप लगाते हुए उसकी लाठी-डंडे से जमकर पिटाई कर दी. बाद में उसकी मौत हो गई. इस मामले में 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
झारखंड के लोहरदगा जिले में एक महिला पर डायन का आरोप लगाकर पंचायत ने उसकी जान ले ली. ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से उसे पीटकर अधमरा कर दिया. जब महिला पीने के लिए पानी मांगने लगी तो, आरोपियों ने जहर दे दिया. इसके बाद लाठी-डंडे से पीटना जारी रखा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई.
पूरा मामला अंधविश्वास से जुड़ा हुआ है. सेन्हा थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव में जनवरी से अभी तक बीमार होने के कारण गांव के पांच लोगों की मौत हो चुकी है. ग्रामीणों ने गांव की ही रहने वाली 55 साल की विधवा होलो देवी पर जादू-टोना और डायन बिसाही कर जान लेने का आरोप लगाया. ग्राम गणेशपुर में 9 जून की सुबह छह ग्रामीणों की बैठक बुलाई गई. यह बैठक शाम तक चली. ग्रामीणों की पंचायत में होलो देवी को डायन बताकर मौत की सजा सुनाई गई.
ग्रामीणों ने लाठी-डंडे से होलो देवी की पिटाई शुरू कर दी. अधमरा हालत में उसे जहर खिलाकर फिर पिटाई की गई. ऐसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई. ग्रामीणों ने शव को बोरी में बंद कर सेन्हा थाना क्षेत्र अंतर्गत धरधरिया की पहाड़ियों से नीचे फेंक दिया. इस वारदात से मृतक के परिजन दहशत और सदमे में हैं. फिलहाल उन्हें पुलिस सुरक्षा में रखा गया है.
इस मामले में सेन्हा थाना पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. 30 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा रही है. लोहरदगा के डीएसपी परमेश्वर प्रसाद शुरुआत में घटना के संबंध में कुछ भी कहने से बचते रहे. पहले तो उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है, फिर कहने लगे कि मामले की जांच चल रही है.
महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.