![जॉर्डन का वो शहर जहां मस्जिद और चर्च के लिए एक ही दरवाज़ा है](https://ichef.bbci.co.uk/news/1024/branded_hindi/6D21/production/_122473972_11.jpg)
जॉर्डन का वो शहर जहां मस्जिद और चर्च के लिए एक ही दरवाज़ा है
BBC
भूमध्यसागर और अरब प्रायद्वीप के बीच व्यापार और तीर्थयात्राओं को सुगम बनाने के लिए 19वीं शताब्दी के आख़िरी दौर में ऑटोमन साम्राज्य के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से इसे एक संपन्न शहर के रूप में विकसित किया गया था.
घाटी अभी पूरी तरह नींद से जगी भी नहीं थी. हालांकि सूरज ने अपने आने की ख़बर अपनी सबसे नरम और सुनहरी किरणों के हाथों भिजवा दी थी. सूरज की किरणें उन तीन पहाड़ों की करीनेदार ढलान पर बसे चूना पत्थर के घरों के दरवाज़े खटखटा रही थीं. इसी बीच प्रार्थना के लिए जुटने का बुलावा भी आ गया.
शहर के सबसे ऊंचे गुंबद से मुअज़्जिन की आवाज़ आधी नींद में डूबे शहर को जगा रही थी. 'अल्लाह-हू-अक़बर... अल्लाह-हू-अक़बर...'
मीनार पर लगा लाउडस्पीकर रोज़ाना की तरह अपनी नौकरी को पूरी ईमानदारी के साथ निभाते हुए लोगों को प्रार्थना के लिए जल्दी जमा होने के लिए आदेश कर रहा था.
कुछ समय ही बीता रहा होगा, तभी उस नींद से जग रहे शहर की घुमावदार सड़कें घंटियों की आवाज़ से खनक उठीं. घुमावदार सड़कों के किनारों पर रातभर के इंतज़ार के बाद चिड़ियों की आवाज़ के साथ-साथ घंटियां भी सुबह की खुशामद कर रही थीं.
इस शहर की खूबसूरती कभी खोए ना, इसकी परंपरा यूं ही बनी रहे, शायद यही सोचकर यूनेस्को के विश्व धरोहर में इसका नाम जोड़ा गया होगा.