जेल नंबर 4, अलग सेल, पुलिस की मौजूदगी में खाना... तिहाड़ में शातिर आफताब पर यूं रखी जाएगी नजर
AajTak
आफताब को मेडिकल के लिए अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया था. जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसे कोर्ट में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. सुरक्षा के मद्देनजर उसे तिहाड़ जेल के सेपरेट सेल में रखा गया है.
एक शातिर कालित... एक धोखेबाज प्रेमी... जिसने अपनी गर्लफ्रेंड श्रद्धा वॉल्कर की बेहरमी से हत्या कर दी. अब वो सलाखों के पीछे है. शनिवार को कोर्ट ने आफताब पूनावाला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. तिहाड़ जेल में उसको शिफ्ट कर दिया गया है. उसे तिहाड़ की जेल नंबर 4 में रखा गया है. जहां सुरक्षा कारणों से आफताब को अलग सेल में रखा गया है. यहां उस पर सीसीटीवी से 24 घंटे निगरानी रहेगी.
दरअसल, दिल्ली पुलिस के पास रिमांड के लिए सिर्फ 14 दिन का वक्त था, जो शनिवार को खत्म हो गया. आफताब को मेडिकल के लिए अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया था. जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसे कोर्ट में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस बीच शातिर आफताब लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा. सबूतों के लिहाज से पुलिस के हाथ अब तक कुछ ठोस नहीं लगा है.
तिहाड़ जेल में सुरक्षा कारणों से अफताब को अलग सेल में रखा जाएगा. इसे सेपरेट सेल कहा जाता है. जिसमें सिर्फ एक कैदी को ही रखा जाता है. इस सेल से कैदी को जल्दी निकाला नहीं जाता. इसमें रहने वाले कैदी को पुलिस की मौजूदगी में खाना दिया जाता है और सेल के बाहर एक सुरक्षाकर्मी हमेशा तैनात रहता है. इस सेल के कैदियों को बाकी कैदियों से अलग रखा जाता है. भले ही आफताब को कोर्ट न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. लेकिन पुलिस के सामने सबूतों को इकट्ठा करना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है. क्योंकि बिना सबूत के ये केस हल्का हो सकता है, जिसका सीधा फायदा आफताब को मिल सकता है.
आफताब की दोस्त की पुलिस को मिली जानकारी
आफताब के खिलाफ सबूतों की खोजबीन कर रही पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस को उस लड़की तक पहुंच गई है जो कि श्रद्धा की मौत के बाद आफताब के फ्लैट पर आई थी. डेटिंग एप्प के जरिए दोनों की मुलाकात हुई थी और जिस वक्त वो फ्लैट पर आई थी, श्रद्धा के शरीर के टुकड़े फ्रीज में रखे थे. पेशे से ये लड़की मनोविज्ञानी (Psychologist) है. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने इससे लंबी पूछताछ की है.
गौरतलब है कि श्रद्धा मर्डर केस में सच तक पहुंचने के लिए हाथ-पांव मार रही है. जल-जमीन-जंगल से लेकर पहाड़ों की खाक छान रही है.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.