
जेम्स बॉन्ड की फ़िल्मों में जैसी दिखती है, क्या वैसी ही है ब्रितानी खुफ़िया एजेंसी MI6
BBC
जासूसी के काल्पनिक किरदार जेम्स बॉन्ड की बहुप्रतीक्षित 25वीं फ़िल्म 'नो टाइम टू डाई' पर्दे पर आई है. बॉन्ड पर्दे पर एमआई6 के जासूस का किरदार निभाते हैं. क्या वास्तविक जीवन में भी ब्रिटेन के जासूसों का जीवन इतना ही रोमांचक होता है, बता रहे हैं एमआई6 के कुछ पूर्व जासूस.
आखिरकार कोरोना महामारी और अचानक निर्देशक बदलने से हुई देरी के बाद बहुप्रतीक्षित बॉन्ड फ़िल्म 'नो टाइम टू डाई' पर्दे पर आ ही गई.
बॉन्ड सिरीज़ की यह 25वीं फ़िल्म है और डेनियल क्रेग आखिरी बार 007 के किरदार में दिख रहे हैं.
तो क्या बॉन्ड की फ़िल्मों में जो रोमांच दिखाया जाता है, ब्रिटेन की सीक्रेट इंटेलीजेंस सर्विस एमआई6 के साथ उसका कोई ताल्लुक है?
इससे भी ज़रूरी यह कि आज के डिजिटल युग में कोई जासूसी संस्था कितनी प्रासंगिक है?
सैम (बदला हुआ नाम) एमआई6 के उन कई ख़ुफ़िया अधिकारियों में से हैं जो आतंक निरोधी कार्रवाइयों का अनुभव रखते हैं. बॉन्ड की फ़िल्म रिलीज़ होने से पहले मैंने अनुरोध कर उनका ये इंटरव्यू लिया.