![जिम ट्रेनर से इश्क, पानीपत में पति का कत्ल और ऑस्ट्रेलिया में सुराग... ढाई साल बाद सुलझी एक मर्डर मिस्ट्री की Inside Story](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202406/6671bfe392b5c-vinod-barada-murder-mystery-181202121-16x9.jpg)
जिम ट्रेनर से इश्क, पानीपत में पति का कत्ल और ऑस्ट्रेलिया में सुराग... ढाई साल बाद सुलझी एक मर्डर मिस्ट्री की Inside Story
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Vinod Barada Murder Mystery: विनोद बराड़ा मर्डर केस में ढाई साल बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ है. विनोद का मर्डर किसी और ने नहीं, बल्कि उसकी पत्नी निधि ने ही कराई थी. निधि ने अपने प्रेमी सुमित संग मिलकर इस वारदात की साजिश रची थी. इसमें एक ट्रक ड्राइवर भी शामिल है.
ये जुर्म की एक अनोखी कहानी है. इसकी शुरुआत एक एक्सीडेंट से होती है. अपने घर के पास बैठे एक शख्स को एक मिनी ट्रक भयानक टक्कर मार देता है. पीड़ित की दोनों टांगें टूट जाती हैं. फिर एक्सीडेंट का शिकार होने वाले शख्स पर दोषी ड्राइवर केस वापस लेने के लिए दबाव बनाने लगता है. पीड़ित दबाव के आगे झुकने से इनकार कर देता. इस इनकार के बदले एक्सीडेंट के ठीक 71 दिन बाद इस कहानी में एक भयानक मोड़ आता है.
खुंदक से भरा दोषी ड्राइवर पीड़ित शख्स के घर में घुस कर उसे बिल्कुल करीब से गोली मार देता है. यानी पीड़ित की हत्या हो जाती है, लेकिन कातिल ड्राइवर मौके से पकड़ा जाता है. ऊपर लिखी ये पूरी कहानी एक ओपन एंड शट केस है. यानी एक ऐसा जुर्म, जो सबकी आंखों के सामने हुआ. सबने सब कुछ होता हुआ देखा, गवाही दी और खून से रंगे हाथ के साथ गुनहगार मौके से ही पकड़ा गया. लेकिन वो कहते हैं ना कि जो दिखता है, हमेशा वही सच नहीं होता.
कई बार सच्चाई उससे आगे भी होती है, लेकिन नजर नहीं आती. ये मामला कुछ ऐसा ही है. अब ढाई साल बाद इस केस में एक ऐसा ट्विस्ट आया है, जिसने इस केस से जुड़े लोगों के साथ खुद उन पुलिसवालों को भी हैरत में डाल दिया है, जिन्होंने इस केस की तफ्तीश की, गुनहगार को गिरफ्तार किया और उसे जेल भिजवाया. क्योंकि पुलिस जिसे अब तक इस केस का कातिल समझ रही थी, असल में वो इस कत्ल का सिर्फ एक मोहरा भर था.
उसे सिर्फ कत्ल की सुपारी दी गई थी. ये कत्ल की एक ऐसी साज़िश थी, जिसे दो हिस्सों में बांटा गया. प्लान ए और प्लान बी. यानी एक प्लान के फेल होने पर दूसरे प्लान पर शिफ्ट हो जाना यानी उसे अमल में लाना. लेकिन एक ओपन एंड शट केस के पीछे छिपी इस मिस्ट्री का खुलासा आखिर कैसे हुआ? तो जवाब है, मौका ए वारदात यानी हरियाणा के पानीपत से 8621 किलोमीटर दूर ऑस्ट्रेलिया से आए एक व्हाट्स एप मैसेज की वजह से.
आखिर क्या था वो प्लान ए और प्लान बी? कौन था असली कातिल? ऑस्ट्रेलिया से मैसेज भेजने वाले की पहचान क्या थी? मैसेज में ऐसा क्या लिखा था? और आखिर इस केस में ऐसा क्या है, जिसने लोगों को हैरत में डाल दिया? तो आइए, इस कहानी को समझने के लिए करीब ढा़ई साल पीछे चलते हैं. इस साज़िश की शुरुआत प्लान ए से होती है. 5 अक्टूबर 2021. शाम का वक्त था. हरियाणा के पानीपत के सुखदेव नगर इलाके में कंप्यूटर इंस्टीट्यूट चलाने वाला विनोद बराड़ा अपनी कॉलोनी के गेट के पास बैठा था. लेकिन बदकिस्मती से वो घर के पास बैठे-बैठे ही एक हादसे का शिकार हो गया.
एक तेज़ रफ्तार मिनी ट्रक ने उसे ज़ोरदार टक्कर मार दी. ये टक्कर इतनी भयानक थी कि विनोद की दोनों टांगें टूट गई. उसे अस्पताल में एक लंबा वक़्त गुजारना पड़ा. इस बीच पुलिस ने उस ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया, जिसने विनोद को टक्कर मारी थी. ये पंजाब के बठिंडा का रहने वाला देव सुनार उर्फ दीपक नाम का एक शख्स था. लेकिन इस वारदात के ठीक 15 दिन बाद ट्रक ड्राइवर दीपक अचानक एक रोज़ पानीपत में विनोद के घर आ पहुंचा.
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जम्मू कश्मीर के पुलवामा के वखेरवान की रहने वाली राबिया यासीन ट्रक चलाती हैं. राबिया कश्मीर की पहली ट्रक ड्राइवर हैं. जम्मू-कश्मीर में भी अब महिलाएं हर क्षेत्र में पहचान बना रही हैं. राबिया का कहना है कि उनके पति और परिवार ने इस काम के लिए उनका पूरा समर्थन किया, तभी वे ट्रक ड्राइवर बन पाई हैं. देखें.
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आरएसएस से 32 साल तक जुड़ी रहीं गुप्ता ने 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी. 1995-96 में वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव और 1996-97 में इसकी अध्यक्ष रहीं. 2002 में वह भाजपा में शामिल हुईं और पार्टी की युवा शाखा की राष्ट्रीय सचिव रहीं.
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महाराष्ट्र के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे ने एक जोरदार बयान दिया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि उन्हें हल्के में न लिया जाए. शिंदे ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति उन्हें हल्के में लेगा, तो वे उसकी टांग पलट देंगे. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कोई मतभेद नहीं है.
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रेखा गुप्ता ने बुधवार शाम दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना से मुलाकात की और राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाने का दावा पेश किया. उनके साथ राज्य भाजपा पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और ओपी धनखड़, शहर भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और दिल्ली के सांसद बांसुरी स्वराज, प्रवीण खंडेलवाल और कमलजीत सहरावत भी थे. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा भी राज निवास में मौजूद थे.
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रेखा गुप्ता को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी अब महिला मुख्यमंत्रियों की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है. दिल्ली ने कई महिला मुख्यमंत्री देखी हैं, जिनमें कांग्रेस की शीला दीक्षित का 15 साल का शासन भी शामिल है. साथ ही बीजेपी उन महिला वोटर्स पर भी फोकस कर रही है जिन्होंने चुनाव में पार्टी के पक्ष में जमकर मतदान किया है.
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रेखा गुप्ता का नाम दिल्ली की CM के रूप में चुना गया है, जो दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री और BJP की दूसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस उपलब्धि पर बधाई दी है. बीजेपी ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का संदेश दिया है. रेखा गुप्ता कल दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी.
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महाकुंभ में अब तक 53 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं और मुख्यमंत्री का अगला लक्ष्य 60 करोड़ का है. इतने बड़े आयोजन में व्यवस्था और सुरक्षा का ध्यान रखना एक बड़ी चुनौती है. सोचिए, इतनी विशाल संख्या में लोग कैसे इस आयोजन में शामिल होते हैं और इस प्रक्रिया के दौरान व्यवस्थाओं का कितना महत्व होता है.