जासूसी की कलंक कथा: फोन टैपिंग कांड का वो किस्सा जिसके चलते एक मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा
ABP News
जासूसी कांड के चलते देश में सरकारें गिरने का भी इतिहास रहा है. आज हम आपको ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं, जब सिर्फ फोन टैपिंग के चलते एक मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था...
नई दिल्ली: पेगासस जासूसी कांड को लेकर सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं. विपक्ष कल से शुरू हुए मानसून सत्र में जासूसी कांड के मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश में है. वहीं ने भी इस पर विपक्ष का सामना करने की रणनीति तैयार कर ली है. सोमवार का पूरा दिन इस मुद्दे के चलते संसद में हंगामे की भेंट चढ़ गया. विपक्ष के तेवर देखकर लगता है कि सदन में सरकार के लिए दिन आसान नहीं रहने वाला है. इस रस्साकशी में यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर जासूसी का विवाद कहां जाकर रुकता है. देश में जासूसी कांड का इतिहास नया नहीं है. राजनीति और जासूसी या फोन टैपिंग का रिश्ता बहुत पुराना है. इसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर सांसद, उद्योगपति और सिनेमाई जगत के लोगों के नाम पहले भी आ चुके हैं. जासूसी कांड के चलते देश में सरकारें गिरने का भी इतिहास रहा है. आज हम आपको ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं, जब सिर्फ फोन टैपिंग के चलते एक मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था...More Related News