
जातीय जनगणना पर बीजेपी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं सहयोगी दल, जानें- क्या बोले डॉ संजय निषाद
ABP News
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने कहा है कि केवल अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक की जनगणना नहीं होनी चाहिए. सभी की गिनती होनी चाहिए.
Caste Census in UP: जातीय जनगणना पर बीजेपी की चुप्पी से जहां विपक्षी दलों को उसे घेरने का अवसर मिल गया है. तो वहीं बीजेपी के सहयोगी दल जातीय जनगणना कराने के मामले में साथ खड़े नजर नहीं आ रहे हैं. निषाद पार्टी भी ये चाहती हैं कि जातीय जनगणना हो. निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य और मुद्दा ही जनगणना का है. जनगणना होनी चाहिएनिषाद पार्टी (निर्बल शोषित हमारा आम दल) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने कहा कि 1961 में राष्ट्रपति ने ये लिखकर दे रखा है कि अनुसूचित जाति की एक सूची बना रखी है, जिसमें 53 नंबर पर मझवार हैं. अनुसूचित जाति की सारी उप जातियों की जनगणना होती है, तो मझवार की पर्यायवाची जाति केवट-मल्लाह की जनगणना होनी चाहिए. 1961 में वे 70 लाख थे. आज हमें घटाकर 3 हजार कर दिया. ऐसी जनगणना नहीं होनी चाहिए, जो मार रही हो. राष्ट्रपति ने जो मैनुअल दिया है, उसके हिसाब से जनगणना होनी चाहिए.More Related News