
जातिगत जनगणना: जीतनराम मांझी ने कहा- जब बाघ और बकरियों की गिनती हो सकती है तो जातियों की क्यों नहीं हो सकती?
ABP News
जीतनराम मांझी के जातिगत जनगणना के समर्थन में किए गए ट्वीट के पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी ट्वीट करके जातिगत जनगणना की मांग की.
नई दिल्ली: जाति आधारित जनगणना का मामला एक बार फिर गर्माता जा रहा है. जब से सरकार ने संसद में कहा है कि इस बार जनगणना में केवल अनुसूचित जाति और जनजाति की गिनती की जाएगी तबसे बिहार में ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और एनडीए के सहयोगी जीतनराम मांझी ने 2021 की जनगणना में जाति आधारित गिनती भी करने की मांग की है. मांझी ने जातिगत जनगणना के समर्थन में ट्वीट करते हुए कहा, "जब देश में सांप, बाघ, बकरी की जनगणना हो सकती है तो फिर जातियों की क्यों नहीं? देश के विकास के लिए जातिगत जनगणना जरूरी है. पता तो लगे कि किसकी कितनी आबादी है और उसे सत्ता में कितनी भागीगारी मिली."More Related News