'ज़ोर-ज़बरदस्ती और बलात्कार': मेरे योग स्कूल की जांच-पड़ताल
BBC
मैं दुनिया के सबसे बड़े योग संस्थानों में से एक “शिवानंद” के साथ एक योग शिक्षिका के तौर पर उस समय तक जुड़ी रही जब तक कि मुझे एक सोशल मीडिया पोस्ट ने परेशान नहीं कर दिया. इस पोस्ट ने संस्थान में दशकों से जारी यौन शोषण के कई आरोपों को सबके सामने ला दिया.
चेतावनी: इस लेख में यौन शोषण का ग्राफ़िक विवरण है. मैं दुनिया के सबसे बड़े योग संस्थानों में से एक "शिवानंद" के साथ एक योग शिक्षिका के तौर पर उस समय तक जुड़ी रही जब तक कि मुझे एक सोशल मीडिया पोस्ट ने परेशान नहीं कर दिया. इस पोस्ट ने संस्थान में दशकों से जारी यौन शोषण के कई आरोपों को सबके सामने ला दिया. जब मैं अपनी उम्र के दूसरे दशक के बीच में थी, मेरा परिचय योग से हुआ और ये मेरे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन गया. कई समर्पित योगियों की तरह, ये मेरे लिए सिर्फ़ एक व्यायाम नहीं था, बल्कि जीवन जीने का एक तरीक़ा था. मैंने अपने स्थानीय शिवानंद सेंटर में सिर्फ़ योग सिखाया ही नहीं, बल्कि अपनी इच्छा से वहां खाना भी बनाया और यहाँ तक कि सफ़ाई भी की. शिवानंद की शिक्षाओं ने मेरे अस्तित्व के हर पहलू को प्रभावित किया. लेकिन फिर 2019 के दिसंबर महीने में, मुझे अपने फ़ोन पर एक नोटिफ़िकेशन मिला. यह पोस्ट मेरे शिवानंद फ़ेसबुक ग्रुप में संस्थापक स्वर्गीय स्वामी विष्णुदेवानंद के बारे में थी. जूली साल्टर नाम की एक महिला ने अपनी पोस्ट में लिखा कि विष्णुदेवानंद ने कनाडा के शिवानंद मुख्यालय में उनका तीन साल तक यौन शोषण किया था.More Related News