ज़ोमैटो की 10 मिनट में डिलीवरी सुविधा को लेकर क्यों हुआ बवाल- सोशल
BBC
ऑनलाइन फूड डिलीवरी ज़ोमैटो की10 मिनट में डिलीवरी करने की घोषणा को लेकर सोशल मीडिया पर हो रही है बहस.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी ज़ोमैटो ने अपने ग्राहकों को 10 मिनट में खाना पहुँचाने की सुविधा देने की घोषणा की है. लेकिन, ये घोषणा होते ही सोशल मीडिया पर कई लोग कंपनी को ट्रोल करने लगे.
लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर खाना पहुंचाने की इतनी जल्दी क्यों है. उनका कहना था कि इससे खाना बनाने को लेकर जल्दबाजी होगी और डिलीवरी करने वाले पर दबाव बढ़ेगा. हालांकि, कंपनी ने इसे लेकर सफ़ाई भी दी है.
ज़ोमैटो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और संस्थापक दीपिंदर गोयल ने सोमवार को एक ट्वीट किया था कि उनकी कंपनी इंस्टेंट डिलीवरी सेवा शुरू करने जा रही है और अब ग्राहकों को 10 मिनट के अंदर उनका पसंदीदा खाना मिल सकेगा.
ज़ोमैटो की इस घोषणा पर कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने भी सवाल उठाया है. उनका कहना है कि इससे डिलीवरी करने वाले पर दबाव बनेगा और उसकी सुरक्षा प्रभावित होगी.
कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट किया, "ये बेतुका है. इससे डिलीवरी करने वाले उन लोगों पर दबाव बनेगा, जो इनके कर्मचारी भी नहीं हैं. मैंने इस मुद्दे को संसद में उठाया है और इस बारे में सरकार को पत्र भी लिखा है."