ज़ीरो-कोविड नीति के बीच उलझती चीन की कोविड के ख़िलाफ़ जंग
BBC
चीन में हर रोज़ कोरोना के हज़ारों नए मामले आ रहे हैं. देश के उत्तर-पूर्वी प्रांत जिलिन में लाखों लोग लॉकडाउन झेल रहे हैं. क्या ये नए ख़तरे की आहट है?
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए दुनियाभर में सबसे कठोर नियमों को लागू करने के बावजूद चीन और हांगकांग में संक्रमण के मामले बीते दो साल के रिकॉर्ड स्तर पर हैं.
अधिकांश देश अब कोरोना वायरस के साथ जीने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में चीन की 'ज़ीरो-कोविड' पॉलिसी कितने दिनों तक टिक सकेगी, ये एक बड़ा सवाल है.
बीते दो साल से कोरोना को नियंत्रित करने के लिए चीन ने लॉकडाउन और कड़े प्रतिबंधों का सहारा लिया. इन प्रतिबंधों का असर भी दिखा.
जब साल 2020 में पूरी दुनिया में कोरोना के मामले और इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा था, तब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने व्यापक स्तर पर लॉकडाउन सहित कई कठोर प्रतिबंधों के ज़रिए कोरोना महामारी प्रबंधन में चीन की सफलता का बखान किया. उन्होंने कहा कि वायरस से निपटने के लिए चीन के उपाय सबसे ज़्यादा कारगर साबित हुए हैं.