जम्मू: हिंदू बनते ही जितेंद्र त्यागी ने दिया था मुस्लिम विरोधी बयान, कश्मीर की कोर्ट ने जारी किया गैर जमानती वारंट
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पिछले साल 6 दिसंबर को वसीम रिजवी ने हिंदू धर्म अपना लिया था. गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें सनातन धर्म में शामिल कराया था.
कश्मीर की एक अदालत ने कथित तौर पर मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ अपमानजनक बयान देने के मामले में जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया है. मालूम हो कि पिछले साल वसीम रिजवी ने अपना धर्म बदलकर हिंदू धर्म अपना लिया था और अपना नाम जितेंद्र नारायण त्यागी रख लिया था. पहले भी इस मामले में अदालत ने आरोपी को समन जारी कर कहा था कि वह पेश हों और तत्काल शिकायत में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब दे. हालांकि वो कोर्ट में पेश नहीं हुए थे.
धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस
कश्मीर की कोर्ट ने कहा, 'मौजूदा मामले के तथ्यों और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 295ए, 505 के तहत प्रथम दृष्टया मामला बनता है.' मालूम हो कि जितेंद्र त्यागी यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
3 जून को होगी अगली सुनवाई
शिकायतकर्ता श्रीनगर निवासी दानिश हसन डार के अनुसार, "आरोपी ने अपनी मर्जी और पसंद से इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया लेकिन धर्मांतरण के बाद मीडिया से बात करते हुए अपमानजनक बयान दिए, जिससे मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची.' अब इस मामले में कोर्ट 3 जून को अगली सुनवाई करेगा.
क्या कहती हैं ये धाराएं
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