
जम्मू कश्मीर में परिसीमन बाद विधानसभा चुनाव, स्थिति सामान्य होने राज्य का दर्जा बहाल होगा: शाह
The Wire
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की जम्मू कश्मीर के विपक्षी दलों ने आलोचना करते हुए कहा है कि भारत सरकार का यह स्वीकार करना कि स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है, खुद में विरोधाभासी बयान है. पूरी तरह से ‘सामान्य स्थिति’ एक धोखा है और स्वयं की विफलताओं को छिपाने का आवरण है.
उन्होंने भारत का पहला ‘जिला सुशासन सूचकांक’ वर्चुअल रूप से जारी करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता है और केंद्रशासित प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं. After quite literally terrorising people of J&K into silence to create a false normalcy narrative, GOIs admission that situation still isn’t normal is self contradictory. Also proves that silence shouldn’t be misconstrued as normalcy. https://t.co/S8xAmv7iN3 And to the people of India who are mute bystanders. Inshallah u too will one day taste statelessness and helplessness.
शाह ने कहा, ‘जहां तक लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सवाल है, परिसीमन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके पूरा होने के बाद हम (विधानसभा) चुनाव कराएंगे.’ — Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) January 22, 2022 Non popular governments mean a humiliating existence for the inhabitants of that particular place.
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों ने बहुत सी बातें कही हैं, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि मैंने संसद में आश्वासन दिया था कि जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा. स्थिति सामान्य होने के बाद इसका राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा.’ We don’t wish it for even our worst enemies.
शाह ने कहा कि कुछ लोग घाटी के लोगों के मन में भ्रम पैदा करना चाहते हैं और वह सभी से अनुरोध करना चाहते हैं कि वे उनके झांसे में न आएं. — Sajad Lone (@sajadlone) January 22, 2022