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जम्मू: अतिक्रमण बताकर तोड़े गए मुस्लिमों के दशकों पुराने मकान, विरोध में उतरे लोग
The Wire
जम्मू विकास प्राधिकरण की अतिक्रमण हटाने की मुहिम ने क्षेत्र में विरोध भड़का दिया है. आरोप हैं कि प्रशासन मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने के लिए चुनिंदा कार्रवाई कर रहा है.
श्रीनगर: जम्मू शहर के मुस्लिम जनजाति बहुल एक इलाके में जम्मू कश्मीर का प्रशासन बेदखली अभियान चला रहा है. इससे कई लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें दो माह के ऐसे बच्चे तक शामिल हैं जिनका अब तक नाम तक भी नहीं रखा गया है.
11 जनवरी मंगलवार को जम्मू विकास प्राधिकरण (जेडीए) द्वारा दशकों से इलाके में रह रहे गुर्जर-बकरवाल जनजाति के कई सदस्यों के घर तोड़ दिए गए. प्रशासन का दावा है कि वह अवैध अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चला रहा है.
हालांकि उसकी इस कार्रवाई से बुधवार को केंद्रशासित प्रदेश की शीतकालीन राजधानी जम्मू में विरोध भड़क गया. साथ ही, जम्मू कश्मीर में भी इस कार्रवाई की व्यापक आलोचना हुई और इसके खिलाफ गुस्सा देखा गया.
जिस बच्चे का ऊपर जिक्र किया गया, उसकी मां नसरीना अख्तर कहती हैं, ‘मैं अपने बच्चे को इस ठंड से कैसे बचाऊंगी? हम कहां जाएंगे? उन्होंने हमारा घर तोड़ दिया और हमारा सामान छीन लिया.’ नसरीना जम्मू के अपर पलौरा इलाके में रहती हैं.