
जब Madhur Bhandarkar ने Kareena Kapoor को कहा था – ‘Heroine फिल्म में उनके ड्रेस पर हुए खर्च में मैंने बना दी थी पूरी Chandni Bar’
ABP News
हीरोईन फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने करीना कपूर (Kareena Kapoor) को कहा था कि जितना खर्चा इस फिल्म में वो उनकी ड्रेस पर कर रहे हैं उतने बजट में उन्होंने चांदनी बार (Chandni Bar) पूरी बना दी थी.
Madhur Bhandarkar on Chandni Bar: निर्माता निर्देशक मधुर भंडारकर (Madhur Bhandarkar) को बॉलीवुड में रियलिस्टिक सिनेमा बनाने वाले निर्देशक के तौर पर जाना जाता है जिन्होंने बॉलीवुड को पेज 3, हीरोईन, सत्ता, फैशन, ट्रैफिक सिगनल, कॉर्पोरेट जैसी शानदार और दमदार फिल्में दी हैं. उनकी फिल्मों की लिस्ट में एक नाम और शामिल है और वो चांदनी बार (Chandni Bar) का. फिल्म 2 दशक पहले रिलीज हुई थी लेकिन इसका असर आज तक लोगों के ज़हन में जिंदा है. फिल्म मुंबई की बार गर्ल्स की जिंदगी पर बेस्ड थी जिसमें लीड रोल निभाया था तबू ने. ये फिल्म मधुर भंडारकर (Madhur Bhandarkar) के दिल के काफी करीब है इस फिल्म को 20 साल पूरे होने पर उन्होंने काफी कुछ इसे लेकर रिवील भी किया था. तभी उन्होंने बताया था कि हीरोईन फिल्म (Heroine Movie) की शूटिंग के दौरान उन्होंने करीना कपूर (Kareena Kapoor) को कहा था कि जितना खर्चा इस फिल्म में वो उनकी ड्रेस पर कर रहे हैं उतने बजट में उन्होंने चांदनी बार पूरी बना दी थी.
करीना से किया था मज़ाकमधुर भंडारकर ने ये खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बार सेट पर करीना कपूर से मज़ाक करते हुए उन्होंने कहा था कि जितना पैसा वो हीरोईन में उन्होंने कपड़ों पर खर्च किया है उतने बजट में पूरी चांदनी बार बना दी थी. चांदनी बार फिल्म 2001 में रिलीज हुई थी और हीरोईन 2012 में. दोनों फिल्मों में 12 सालों का फर्क था. चांदनी बार मधुर भंडारकर का ड्रीम प्रोजेक्ट थी. और वो इस फिल्म को वैसे ही बनाना चाहते थे जैसा उन्होंने सोचा था लेकिन जिस भी प्रोडक्शन हाउस से वो मिले सभी ने उन्हें इसमें कुछ ना कुछ बदलाव करने की सलाह दी. लिहाजा उन्होंने खुद ही इस फिल्म को बनाने की ठानी. और नतीजा बेहतरीन था. उन्होंने काफी कम बजट में एक जानदार फिल्म हिंदी सिनेमा को दी जिसके चर्चे आज भी होते हैं.