जब भारत इस्लामिक देशों के संगठन OIC का संस्थापक सदस्य बनते बनते रह गया
BBC
1969 में मोरक्को के रबात में इस्लामिक देशों की पहली बैठक हुई थी, उसमें भारत को भी आमंत्रित किया गया था, फिर क्या हुआ कि भारत सदस्य नहीं बन सका.
भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयान के बाद अरब लीग के देशों ने रोष जताया.
इस मामले पर सबसे पहले क़तर ने रोष व्यक्त किया, इसके बाद सऊदी अरब, ईरान, मालदीव और अफ़ग़ानिस्तान जैसे देशों के अलावा मुस्लिम देशों के संगठन ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन यानी ओआईसी ने भी नाराज़गी जताई.
ये भी कहा जा रहा है कि इन देशों की प्रतिक्रियाओं के चलते ही बीजेपी को अपने पार्टी की प्रवक्ता पर कार्रवाई करने को मजबूर होना पड़ा.
भारत के अरब देशों से मधुर संबंध रहे हैं लेकिन पिछले कई दशकों में यह पहला मौका है जब अरब देश और ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन के सदस्य देशों ने भारत के ख़िलाफ़ इस तरह की एकजुटता दिखायी है.
वैसे इससे पहले ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन के सदस्य देशों के बीच 53 साल पहले भारत का इससे भी तगड़ा विरोध झेलना पड़ा था.