जब पुलिस बन गई थी 'हैवान', 11 तीर्थयात्रियों को बस से उतारकर कर दिया था गोलियों से छलनी; जानिए क्या है किस्सा
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यूपी के गोरखपुर में प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता (Gorakhpur Manish Gupta Murder Case) को थर्ड डिग्री टार्चर देकर हत्या करने के बाद देश में पुलिसिया उत्पीड़न का मामला गर्म है.
देवेंद्र कुमार, लखनऊ: यूपी के गोरखपुर में प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता (Gorakhpur Manish Gupta Murder Case) को थर्ड डिग्री टार्चर देकर हत्या करने के बाद देश में पुलिसिया उत्पीड़न का मामला गर्म है. लोग कारोबारी मनीष गुप्ता के हत्यारे पुलिसकर्मियों को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं.
पुलिस के उत्पीड़न का यह कोई पहला या आखिरी किस्सा नहीं है. आज हम आपको सच्चा किस्सा बताने जा रहे हैं, जिसमें 7 थानों के पुलिसवालों ने 'गिरोह के बदमाशों' की तरह काम करते हुए 11 सिख तीर्थ यात्रियों को जंगलों में ले जाकर गोलियों से भून दिया था. इस फर्जी मुठभेड़ में शामिल अधिकतर थानेदार सब-इंस्पेक्टर थे, जिन्होंने एनकाउंटर (Fake Police Encounter) के बाद आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बनने की चाह में इस खूनी कांड को अंजाम दिया था. इस घटना के 25 साल बाद पीड़ितों को इंसाफ तो मिला लेकिन उनके जो परिजन हमेशा के लिए बिछड़ गए थे, उन्हें वे आज तक भूल नहीं पाए हैं.