
जब ज्यादा वैक्सीनेशन की दरकार, घट रही रफ्तार- ऐसे तो 4 साल लगेंगे
The Quint
Corona vaccination in India: भारत में कितनी तेजी से वैक्सीन दी जा रही?, मई के 22 दिनों में सिर्फ 3.6 करोड़ डोज लगाए गए हैं. How fast vaccine is being given in India? In the 22 days of May, only 3.6 crore doses have been applied.
कोरोना से संपूर्ण सुरक्षा बेशक दोनों डोज लगवाने के बाद ही मिलेगी पर आपकी बांह तक वैक्सीन की एक डोज भी पहुंच जाए तो गंभीर रूप से बीमार पड़ने से बच सकते हैं. लेकिन हमारी बदकिस्मती ये है कि वैक्सीन के सबसे बड़े उत्पादक देश होने के बावजूद ज्यादातर लोगों को ये एक डोज भी नसीब नहीं हो पाया है. जब वैक्सीनेशन तेज करने की जरूरत है तो वो धीमा हो रहा है. ऊपर का ग्राफ यही बता रहा है.यूं धीमा हुआ पड़ा मिशन वैक्सीनेशनचिंता की बात ये है कि 100 दिन में भारत की 2% आबादी को भी वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लग पाई थी. भारत में वैक्सीनेशन ड्राइव 16 जनवरी 2021 को शुरू किया गया था. कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए भारत की सरकार वैक्सीनेशन ड्राइव को तेज करना तो चाहती है जिसके लिए उत्पादन को बढ़ाने की तमाम कोशिशों के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन अप्रैल महीने की शुरुआत में सरकार हर रोज जहां औसत 35 लाख से ज्यादा डोज दे पा रही थी, अब ये आंकड़ा गिरा है.मौजूदा वक्त में सप्ताह के औसत वैक्सीन से कहीं ज्यादा हम एक दिन में वैक्सीन दे चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 12 अप्रैल को एक दिन में रिकॉर्ड 40,04,521 वैक्सीन डोज लोगों को लगाए गए थे.नीचे दिए गए ग्राफ में देखें. 7 दिनों के औसत(मूविंग) की बात करें तो, देश में अब कोरोनावायरस वैक्सीनेशन रेट 13 लाख रोजाना रह गई है. साप्ताहिक औसत के हिसाब से मार्च से अब तक का न्यूनतम औसत है.ताजा स्थिति की बात करें तो मई के 22 दिनों में सिर्फ 3.6 करोड़ डोज लगाए गए हैं. इस हिसाब से रोजाना का औसत 16 लाख डोज का आता है. इस रेट के हिसाब से भारत में इस महीने सिर्फ 5 करोड़ लोगों को कोरोनावायरस वैक्सीन का डोज लग पाएगा.इस रेट (16 लाख रोजाना) से पूरी आबादी को कोरोना का वैक्सीन लगाने में भारत को 4 साल से ज्यादा का वक्त लग जाएगा.25 मई तक भारत सरकार ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 21.89 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज (21,89,69,250) दी है.वैक्सीनेशन धीमा पड़ने की वजह क्या?केंद्र सरकार भले ही वैक्सीन की कमी को नकारने में जुटी हो लेकिन वैक्सीन के लिए राज्य भटकते नजर आ रहे हैं, अलग-अलग जगहों से आ रही खबरें इसकी गवाह हैं.दिल्ली और केंद्र के बीच वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर तकरार जारी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने फाइजर और मॉडर्ना से बात की है. दोनों ने स...More Related News