जन्म कुंडली के इस भाव में हो केतु तो व्यक्ति करता है विदेश की सैर
ABP News
Foreign Travel Astrology: वृश्चिक राशि में केतु विराजमान है. केतु को विदेश यात्रा का कारक माना गया है. जन्म कुंडली में केतु की स्थिति से विदेश यात्रा का पता लगाया जाता है.
Ketu in 12th House: विदेश यात्रा पर जाने की इच्छा काफी लोगों में होती है. शिक्षा, व्यापार और पर्यटन के लिए भी लोग विदेश जाते हैं. लेकिन विदेश जाने का योग आपकी जन्म कुंडली में है या नहीं इसका पता ग्रहों की स्थिति को देखकर भी लगाया जा सकता है. केतु ग्रह विदेश यात्रा का कारक हैज्योतिष शास्त्र में केतु को पाप ग्रह होने के बाद भी महत्वपूर्ण माना गया है. केतु को छाया ग्रह माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में केतु को एक रहस्मय ग्रह भी बताया गया है. केतु शुभ और अशुभ दोनों तरह के फल प्रदान करता है. केतु मोक्ष का कारक भी माना गया है.More Related News