![जनवरी से अब तक कोरोना वैक्सीन की 44 लाख से ज्यादा डोज बर्बाद, RTI से खुलासा](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202104/covid_vaccine_pti1200-sixteen_nine.jpg)
जनवरी से अब तक कोरोना वैक्सीन की 44 लाख से ज्यादा डोज बर्बाद, RTI से खुलासा
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सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मिली जानकारी के अनुसार, इस साल जनवरी में शुरू हुए टीकाकरण अभियान से अब तक 44 लाख से ज्यादा डोज बर्बाद हो चुके हैं.
देश में कोविड-19 वैक्सीन की कमी होने से वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी पड़ गई है. सरकार ने उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया है. इस बीच एक RTI से आई यह जानकारी हैरान करती है कि देश में अब तक 44 लाख से ज्यादा वैक्सीन की डोज बर्बाद हो चुकी हैं. सूचना के अधिकार RTI के तहत मिली जानकारी के अनुसार, इस साल जनवरी में शुरू हुए टीकाकरण अभियान से अब तक 44 लाख से ज्यादा डोज बर्बाद हो चुकी हैं. सबसे ज्यादा 12.10% डोज की बर्बादी तमिलनाडु में हुई है. इसके बाद हरियाणा (9.74%), पंजाब (8.12%), मणिपुर (7.8%) और तेलंगाना (7.55%) का स्थान है.![](/newspic/picid-1269750-20250217112846.jpg)
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं. चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा, और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन की दी गई क्लीन चिट भी शामिल है.'
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जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचार नहीं हैं. चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा, और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं, जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन की दी गई क्लीन चिट भी शामिल है.'
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भारतीय रेल द्वारा भीड़ नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है. देश के 60 बड़े रेलवे स्टेशन पर होल्डिंग एरिया स्थापित किए जाएंगे, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. इनमें से 35 प्रमुख स्टेशनों की निगरानी वॉर रूम से होगी. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के बाद यह निर्णय लिया गया.