
जनरल बिपिन रावत पर पीएम मोदी इतना भरोसा क्यों करते थे?
BBC
जनरल रावत को प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा दो क़दम आगे बढ़कर तवज्जो दी. देश के पहले सीडीएस में ऐसा क्या था कि प्रधानमंत्री मोदी उन पर इतना भरोसा करते थे.
देश के पहले चीफ़ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत की आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायु सेना के एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई.
जनरल रावत की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''जनरल बिपिन रावत एक शानदार सैनिक थे. सच्चे देशभक्त, जिन्होंने सेना के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका निभाई. सामरिक और रणनीतिक मामलों में उनकी दृष्टिकोण अतुलनीय था. उनके नहीं रहने से मैं बहुत दुखी हूँ. भारत उनके योगदान को कभी नहीं भूलेगा.''
31 दिसंबर, 2016 को जब जनरल बिपिन रावत को थल सेना की कमान सौंपी गई तभी पता चल गया था कि प्रधानमंत्री मोदी उन पर बहुत भरोसा करते हैं.
जरनल रावत का थल सेना प्रमुख बनना कोई सामान्य प्रक्रिया नहीं थी. उन्हें सेना की कमान उनके दो सीनियर अधिकारियों की वरिष्ठता की उपेक्षा कर दी गई थी.