जजों के खाली पदों पर बोले CJI एनवी रमण, हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जल्दी भेजें उपयुक्त नाम
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सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमणा ने एक बार फिर जजों के खाली पदों को लेकर कहा कि हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस उपयुक्त नाम जल्द से जल्द भेजें ताकि जल्द से जल्द खाली पद भरे जा सकें.
देश के चीफ जस्टिस एनवी रमण ने सभी हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से एक बार फिर कहा कि जजों के खाली पदों की भर्ती के लिए हाई कोर्ट कॉलेजियम जल्दी से जल्दी उपयुक्त नामों की सिफारिश भेजे ताकि समय रहते खाली पद भरे जा सकें. चीफ जस्टिस ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही सभी चीफ जस्टिस को भेजे पत्र और वीडियो कॉन्फ्रेंस की याद दिलाते हुए कहा कि तब भी आप लोगों से अपील की गई थी कि जजों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया तेज की जाए. जजों की नियुक्ति के लिए नाम भेजने के लिए सामाजिक विविधता का ध्यान भी रखें. इसमें कुछ हाई कोर्ट ने तो बहुत अच्छा काम किया. सबके सामूहिक प्रयास का ही असर है कि साल भर के भीतर 126 जजों की विभिन्न हाई कोर्ट में नियुक्ति संभव हो पाई. 50 और जजों की नियुक्ति जल्दी ही होने वाली है.
सीजेआई ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को नौ जज एक साथ मिले और दस हाई कोर्ट में नए चीफ जस्टिस मिले. इन सभी उपलब्धियों के लिए कॉलेजियम में अपने साथी जजों का आभारी हूं. सीजेआई ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिसेस की कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरे पदभार संभालने के बाद से कॉलेजियम ने 180 लोगों के नामों की सिफारिश जज बनाने के लिए की. इनमें से 126 नियुक्तियां हो चुकी हैं. बाकी 54 नामों के प्रस्ताव सरकार के पास लंबित हैं. हाई कोर्ट कॉलेजियम से करीब 100 नामों के प्रस्ताव सरकार तक आए हैं. समय पर वो सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम तक आएंगे.
CJI एनवी रमण ने कहा कि हमें देश भर की अदालतों को इलेक्ट्रॉनिक और आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राथमिकता के आधार पर मजबूत करना है. इसके साथ ही जिला अदालतों में स्टाफ की कमी दूर करने के लिए भी कदम उठाए जाएं. सांस्थानिक और कानूनी सुधारों पर भी हमारा जोर हो. हाईकोर्ट में जजों के खाली पदों को भविष्य में भी समय रहते ही भरने का एक सिस्टम बनाया जाए. नियुक्ति के अलावा जजों के रिटायरमेंट के बाद में मिलने वाले लाभ के लिए भी सिस्टम विकसित किया जाए.
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