छत्तीसगढ़: सीएम के हसदेव अरण्य में खनन जारी रखने के निर्णय के बाद मंत्री बोले- पुनर्विचार हो
The Wire
कोयला खदान परियोजनाओं का विरोध कर रहे ग्रामीणों के समर्थन में सरगुजा पहुंचे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, 'जब हमारे पास 80 साल का कोयला भंडार है और हमने 2030 तक बिजली के लिए कोयले पर निर्भरता पूरी तरह से छोड़ देने का फ़ैसला किया है, तब घने जंगलों और जैव विविधता से भरपूर हसदेव को क्यों नष्ट करें. अगर मेरे वश में होता तो मैं यहां खनन नहीं होने देता.'
अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोयला खदान परियोजनाओं का विरोध कर रहे स्थानीय ग्रामीणों के समर्थन में सोमवार को सरगुजा जिले के हसदेव अरण्य क्षेत्र के गांवों का दौरा किया और कहा कि यदि विरोध करने वालों पर लाठी गोली चली तब इसे झेलने वाले वह पहले व्यक्ति होंगे. आज घाटबर्रा एवं परसा में उदयपुर ब्लॉक में प्रस्तावित नवीन कोल खदानों को खोलने के विरुद्ध वनों की कटाई को रोकने एकजुट हुए ग्रामीणों से मुलाक़ात हुई।
मंत्री ने यह भी कहा कि वह दिल्ली जाएंगे और पार्टी नेता राहुल गांधी को प्रदर्शनकारियों के दर्द और उनकी मांगों से अवगत कराएंगे. इस दौरान ग्रामीणजन से संवाद कर उनका पक्ष जाना एवं सभी को एकजुट रहकर अपनी बात रखने का आग्रह किया। pic.twitter.com/WwXaXrl8Pv
सिंहदेव की यह टिप्पणी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा यह कहने के एक दिन बाद आई है कि जो लोग हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोयला खनन का विरोध कर रहे हैं, उन्हें पहले अपने घरों की बिजली बंद करनी चाहिए. — T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) June 6, 2022
मंत्री के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि सिंहदेव ने सोमवार को जिले के उदयपुर विकासखंड के घाटबर्रा, हरिहरपुर, साल्ही और बासन गांव का दौरा किया. उन्होंने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि वह उनकी लड़ाई में उनके साथ खड़े हैं.