छत्तीसगढ़: कवर्धा हिंसा मामले में भाजपा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे समेत कई नेताओं पर केस दर्ज
The Wire
पुलिस ने बताया कि 5 अक्टूबर को प्रशासन की अनुमति के बिना कवर्धा में दक्षिणपंथी संगठनों की रैली में हुई हिंसा के मामले में राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह और कुछ अन्य पार्टी नेताओं समेत कम से कम एक हज़ार लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया है.
कवर्धा: छत्तीसगढ़ के कवर्धा शहर में मंगलवार को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह समेत पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. हमारी आस्था के प्रतीक भगवा ध्वज के अपमान और कांग्रेस सरकार की उदासीनता एवं कुनीति के खिलाफ आज कवर्धा में धरना प्रदर्शन में शामिल हुआ। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार आने के बाद से धर्मान्तरण बढ़ रहें हैं व हमारी आस्था का लगातार अपमान हो रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। pic.twitter.com/2kq52get3X
रिपोर्ट के अनुसार, शहर के लोहारा चौक में लगे धार्मिक झंडे को हटाने को लेकर दो समुदायों के लोग तीन अक्टूबर को आपस में भिड़ गए थे. घटना के विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों ने कर्फ्यू के बीच मंगलवार पांच अक्टूबर को लगभग 3,000 लोगों की एक रैली निकाली थी. इस रैली के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी. — Santosh Pandey (@santoshpandey44) October 5, 2021
कवर्धा जिले के पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि इस रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह, राज्य में भाजपा के सचिव विजय शर्मा और कुछ अन्य पार्टी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इन भाजपा नेताओं ने कथित रूप से रैली में हिस्सा लिया था. संतोष पांडेय ने इसकी तस्वीरें अपने ट्विटर हैंडल पर भी साझा की थीं.