छत्तीसगढ़ हमलाः माँ को मिली टीवी से ख़बर, ऐसे दी आख़िरी विदाईः ग्राउंड रिपोर्ट
BBC
छत्तीसगढ़ में माओवादियों के हमले में मारे जानेवाले एक जवान के घर पर क्या था हाल? किस हाल में हैं घर के लोग? ग्राउंड रिपोर्ट.
महानदी के किनारे बसे पंडरीपानी गाँव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है. कभी-कभार आ-जा रही एकाध मोटरसाइकिल और पुलिस की गाड़ियाँ इस सन्नाटे को तोड़ती हैं. गाँव की कुछ औरतें गली के आख़िरी मकान में घुसती हैं और फिर उस घर से सामूहिक रुदन के स्वर फैलने लग जाते हैं. यह घर रमेश कुमार जुर्री का है. डिस्ट्रिक्ट रिज़र्व गार्ड के प्रधान आरक्षक, 35 साल के रमेश कुमार जुर्री, शनिवार को बीजापुर में माओवादियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे. उनका शव अभी गाँव में नहीं पहुँचा है. घर के सामने पुलिस के तीन-चार जवान खड़े हैं. एक जवान बताते हैं, "अभी जगदलपुर में उन्हें आखिरी विदाई दी जाएगी. फिर हेलीकॉप्टर से कांकेर और वहाँ से सड़क मार्ग से पंडरीपानी. मान कर चलिए कि दो घंटे अभी और लगेंगे."More Related News