छत्तीसगढ़: कबीरधाम में हिंसा के बाद कर्फ़्यू, किस बात पर हुआ विवाद
BBC
मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिंदू परिषद ने कबीरधाम को बंद रखने की घोषणा की थी. धारा 144 लागू होने के बाद भी वहाँ एक बड़ी रैली निकाली.
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम ज़िले में दो समूहों के बीच विवाद के बाद शुरू हुई हिंसक घटनाओं को देखते हुए कर्फ़्यू लगा दिया गया है. इसके अलावा ज़िले में इंटरनेट की सेवा भी बंद कर दी गई है. ज़िले की सीमाओं को सील कर दिया गया है.
ज़िले के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बीबीसी से कहा, "अभी तो कर्फ़्यू लगा हुआ है. पुलिस लगातार गश्त कर रही है. शहर के भीतर एक हज़ार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है. हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है लेकिन हम इस पर नज़र बनाए हुए हैं."
मोहित गर्ग ने बताया कि हिंसक गतिविधियों में लिप्त 66 लोगों को अभी तक गिरफ़्तार किया गया है. पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने भी कबीरधाम पहुँच कर स्थिति का जायज़ा लिया और पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
कवर्धा के नाम से चर्चित कबीरधाम ज़िला, सांप्रदायिक सौहार्द्र के लिए जाना जाता रहा है. इसी इलाक़े से कबीरपंथ के चार आचार्य भी हुए हैं. कबीरधाम, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का गृह ज़िला है. इसके अलावा राज्य के वन मंत्री और प्रवक्ता मोहम्मद अकबर इसी इलाक़े से विधायक हैं.