छत्तीसगढ़: अब गोबर से बनी बिजली से रौशन होंगे गौठान, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे परियोजना की शुरुआत
ABP News
इस यूनिट से बिजली उत्पादन के बाद शेष स्लरी के पानी का उपयोग चारागाह में सिंचाई के लिए होगा और बाकी अवशेष से जैविक खाद तैयार होगी. गौठानों में अब तक 51 लाख क्विंटल से अधिक की गोबर खरीदी की जा चुकी है
रायपुर: छत्तीसगढ़ के गौठान अब गोबर की बिजली से जगमग होंगे. गौठानों में स्थापित रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में विभिन्न प्रकार के उत्पादों को तैयार करने के लिए लगी मशीनें भी गोबर की बिजली से चलेंगी. गौठान अब बिजली के मामले में स्वावलंबी होंगे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज गांधी जयंती के दिन बेमेतरा जिला मुख्यालय के बेसिक स्कूल मैदान में आयोजित किसान सम्मेलन में गोबर से बिजली उत्पादन की महत्वाकांक्षी और ऐतिहासिक परियोजना का शुभारंभ करेंगे. राज्य के कई गौठानों में गोबर से बिजली उत्पादन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
यादगार होगा दिनराष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर 2021 का दिन छत्तीसगढ़ राज्य के लिए एक यादगार दिन होगा. मुख्यमंत्री बघेल आज बेमेतरा जिले के साजा विकास खण्ड के आदर्श गौठान राखी सहित दुर्ग जिले के पाटन विकास खण्ड स्थित सिकोला गौठान और रायपुर जिले के आरंग विकास खण्ड स्थित बनचरौदा गौठान में गोबर से विद्युत उत्पादन परियोजना का शुभारंभ करेंगे. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गौठानों में गोबर से विद्युत उत्पादन की परियोजना को लेकर बीते कई महीनों से तैयारियां की जा रही थी, जो 2 अक्टूबर को मूर्तरूप लेने जा रही है. गोबर से सस्ती बिजली उत्पादन होने के साथ-साथ जैविक खाद का भी उत्पादन होगा. इससे गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को दोहरा लाभ होगा.